
आश्विन कृष्ण पक्ष की सप्तमी तिथि 14 सितंबर 2025, दिन रविवार को रात 03:20 बजे शुक्र ने अपनी चाल बदलते हुए चंद्रमा की राशि कर्क से निकलकर सूर्य की राशि सिंह में प्रवेश कर लिया है। ज्योतिष शास्त्र में शुक्र को धन, वैभव, ऐश्वर्य और भोग-विलास का कारक माना गया है। सिंह राशि में हुए इस परिवर्तन का प्रभाव सभी राशियों और लग्नों पर देखने को मिलेगा।
हालांकि इस गोचर के दौरान शुक्र के साथ केतु का संयोग बन रहा है और उन पर राहु की दृष्टि भी पड़ रही है। ऐसे योग से शुक्र के शुभ प्रभाव कुछ हद तक कम हो जाएंगे। इसका असर खासतौर पर महिलाओं और कला क्षेत्र से जुड़े लोगों पर दिखाई दे सकता है। किसी बड़े कलाकार या प्रतिष्ठित शख्सियत को नुकसान उठाना पड़ सकता है। वहीं, कुछ सरकारी निर्णयों से जनता असंतुष्टि भी जता सकती है। आइए जानते हैं किन-किन राशियों को इस दौरान सावधानी बरतनी होगी।
धनु राशि
इस अवधि में आपके भीतर आंतरिक भय और असुरक्षा की भावना बढ़ सकती है। हालांकि करियर और व्यापार के क्षेत्र में सकारात्मक परिणाम मिलेंगे। आकर्षण और व्यक्तित्व में निखार आएगा तथा कलात्मक कार्यों से धन प्राप्त होगा। भाइयों, मित्रों और बहनों के साथ अनबन की स्थिति बन सकती है, लेकिन मित्रों से सहयोग भी मिलेगा। प्रेम संबंध मजबूत होंगे और भाग्य आपका साथ देगा।
कन्या राशि
इस समय आपको भोग-विलास और विलासी जीवनशैली पर खर्च बढ़ता दिखाई देगा। लंबी यात्राओं और विदेश से जुड़े खर्च अधिक होंगे। किसी करीबी व्यक्ति से तनाव पैदा हो सकता है। हालांकि विदेशी व्यापार और यात्राओं से लाभ मिलने के संकेत भी हैं। प्रतियोगिताओं में अपेक्षित सफलता न मिलने से मन निराश हो सकता है। पारिवारिक कार्यों पर धन खर्च होगा और मेहनत के बाद ही सफलता प्राप्त होगी। स्वास्थ्य संबंधी आंतरिक रोग आपको तनाव दे सकते हैं।
मिथुन राशि
आपके भीतर अनजाना डर और आत्मविश्वास की कमी महसूस हो सकती है। भाई-बहनों और मित्रों से मनमुटाव हो सकता है। गलत संगति या अनैतिक संपर्कों से बचना होगा, वरना प्रतिष्ठा पर असर पड़ सकता है। अचानक सामाजिक छवि बचाने के लिए धन खर्च हो सकता है। संतान की प्रगति से खुशी मिलेगी। हालांकि प्रेम संबंधों और दांपत्य जीवन में हल्का तनाव या मानसिक अशांति बनी रह सकती है।
मीन राशि
इस दौरान आप अपने शत्रुओं पर विजय प्राप्त करेंगे, लेकिन स्वास्थ्य समस्याएं तनाव दे सकती हैं। भोग-विलास और नौकर-चाकर पर खर्च बढ़ेगा। वैवाहिक जीवन में कटुता और मतभेद की स्थिति बन सकती है। प्रेम संबंधों में भी टकराव संभव है। ज्योतिष सलाह देता है कि इस समय नदी या तालाब में स्नान करने से बचें। विदेशी यात्रा के योग प्रबल हैं। किसी घनिष्ठ व्यक्ति से तनाव बढ़ सकता है, इसलिए संयम से काम लेना बेहतर होगा।
डिस्क्लेमर: यह लेख धार्मिक मान्यताओं और पंचांग आधारित जानकारी पर आधारित है। किसी विशेष निर्णय या अनुष्ठान से पहले योग्य पंडित या ज्योतिषी से परामर्श अवश्य लें।














