चीन में फैले कोरोना वायरस से आखिर क्यों खुश हैं पाकिस्तानी?
By: Priyanka Maheshwari Wed, 05 Feb 2020 3:12:09
चीन में कोरोना वायरस नाम के राक्षस ने 490 लोगों को अपना ग्रास बना लिया है। जबकि 24,324 लोग इस संक्रमण की चपेट में हैं। चीन में वायरस से होने वाली मौतों का आकड़ा हर दिन बढ़ रहा है। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन ने करॉना को वर्ल्ड हेल्थ इमरजेंसी घोषित किया है। चीन के हुबेई प्रांत का वुहान शहर से करॉना वायरस की शुरुआत हुई और इसका सबसे ज्यादा कहर यहीं है। दुनिया भर के वैज्ञानिक इस वायरस से निजात पाने के लिए दिन-रात रिसर्च कर रहे है।
वहीं, पाकिस्तान के कुछ लोग चीन पर कोरोना वायरस के प्रकोप को उसके कर्मों की सजा बता रहे हैं। सोशल मीडिया पर चीन को लेकर तमाम मीम्स भी शेयर किए जा रहे हैं। ऐसा पाकिस्तानी इसलिए कह रहे है क्योंकि वीगर मुस्लिमों पर चीन की सरकार तमाम जुल्म ढाती रही है। चीन इस्लाम धर्म के अनुयायियों को प्रशिक्षण केंद्र के नाम पर डिटेंशन सेंटर भेज देता है। यहां नमाज पढ़ने और दाढ़ी रखने को लेकर भी तमाम तरह के प्रतिबंध हैं। कुछ लोग मीम्स भी शेयर कर रहे हैं कि पहले चीन ने मुस्लिम महिलाओं के चेहरे से जबरन नकाब हटाए और अब चीनी खुद ही नकाब (मास्क) लगाने को मजबूर हो गए हैं। कुछ पाकिस्तानी यूजर्स ने कहा कि कोरोना चीन के लिए 'आजाब' (सजा) है। बता दें कि पाकिस्तानी सरकार चीन से दोस्ती की वजह से इस पर खामोशी बरतती है लेकिन आम जनता के मन में इसे लेकर रोष रहता है।
हालांकि, तमाम पाकिस्तानी इसका विरोध भी कर रहे हैं और लोगों से चीन के लोगों के लिए मानवता के नाते दुआएं करने की अपील कर रहे हैं। पाकिस्तानी सेलिब्रिटीज इसे गलत करार दे रहे हैं। पाकिस्तानी ऐक्टर हमजा अली अब्बासी ने इसे लेकर ट्वीट किया और लोगों से 'अल्लाह के दीन का मजाक उड़ाना बंद' करने की अपील की।
उन्होंने ट्वीट में लिखा, इस दुनिया में अज़ाब सिर्फ उन लोगों पर आता है जो रसूल को नहीं मानता है। उन्होंने आगे कहा, बाकी लोगों का फैसला क़यामत के दिन होगा। चाहे वायरस का फैलना हो या भूकंप, ये सभी संकेत हर किसी को मौत के सच को याद दिलाते हैं। इसलिए सहानुभूति दिखाइए। अल्लाह सभी की सुरक्षा करे। उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा कि जो लोग ऐसी घटनाओं को अज़ाब कह रहे हैं, वे ये करना बंद कर दें। अल्लाह के दीन का मजाक ना बनाएं बल्कि जिस तरह से मदद कर सकते हैं, करें।