सोनभद्र हत्याकांड: गरमाई सियासत, पीड़ित परिवारों से मिलने जा रहीं प्रियंका गांधी को लिया हिरासत में

By: Pinki Fri, 19 July 2019 1:13:25

सोनभद्र हत्याकांड: गरमाई सियासत, पीड़ित परिवारों से मिलने जा रहीं प्रियंका गांधी को लिया हिरासत में

उत्तर प्रदेश में सोनभद्र हत्याकांड के बाद सियासत गरमा गई है। सोनभद्र हत्याकांड का शोर सदन से लेकर सड़क तक सुनाई दे रहा है। सोनभद्र में हुए नरसंहार को लेकर शुक्रवार को उत्तर प्रदेश विधानसभा में जमकर हंगामा हुआ। इस पूरे मामले पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सरकार इस मामले में आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी, उन्होंने कहा, 'इम मामले में आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई हो रही है। अब तक मामले में मुख्य आरोपी प्रधान समेत 25 लोगों को हिरासत में ले लिया गया है।' वही इस बीच सोनभद्र हत्याकांड के पीड़ितों से मिलने जा रहीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के काफीले को शुक्रवार को रोक दिया गया। प्रियंका के इस काफिले को नारायणपुर पुलिस स्टेशन के पास रोका गया। जिसके बाद प्रियंका कार्यकर्ताओं के साथ धरने पर बैठ गईं। धरने पर बैठीं प्रियंका गांधी ने कहा, 'हम बस पीड़ित परिवार से मिलना चाहते हैं। मैं तो यहां तक कहा कि मेरे साथ सिर्फ 4 लोग होंगे। फिर भी प्रशासन हमें वहां जाने नहीं दे रहा है। उन्हें हमें बताना चाहिए कि हमें क्यों रोका जा रहा है। हम यहां शांति से बैठे रहेंगे।'

बाद में पुलिस ने प्रियंका गांधी को हिरासत में ले लिया गया। हिरासत में लेने के बाद प्रियंका गांधी को चुनार गेस्ट हाउस ले जाया गया। इस दौरान कांग्रेस महासचिव ने कहा, 'मुझे नहीं पता कि कहां ले जाया जा रहा है, लेकिन वे जहां ले जाएंगे हम जाने को तैयार हैं। लेकिन झुकेंगे नहीं।'

बता दें कि सोनभद्र हत्याकांड को लेकर कानून व्यवस्था के मुद्दे पर विपक्षी दल यूपी की योगी आदित्यानाथ की सरकार पर हमलावर है। गुरुवार को कंग्रेस नेता अजय कुमार लल्लू ने पीड़ित परिवारों से मुलाकात की। अब प्रियंका गांधी वाड्रा भी शुक्रवार की सुबह पीड़ित परिवारों से मिलने वाराणसी और सोनभद्र पहुंची। इससे पहले भी प्रियंका गांधी सोनभद्र हत्याकांड को लेकर यूपी सरकार पर जमकर निशाना साध चुकी हैं।

क्या है मामला?

बुधवार को उत्तर प्रदेश के सोनभद्र के मूर्तिया गांव में जमीन विवाद को लेकर 10 लोगों की हत्या कर दी गई थी। इसमें 28 लोग घायल भी हो गए थे। बताया जा रहा है कि मूर्तिया गांव के बाहरी इलाके में सैकड़ों बीघा खेत है, जिस पर कुछ ग्रामीण पुश्तैनी तौर पर खेती करते आ रहे हैं। ग्रामीणों के मुताबिक इस जमीन का एक बड़ा हिस्सा ग्राम प्रधान यज्ञदत्त के नाम है। ग्राम प्रधान ने एक आईएएस अधिकारी से 100 बीघा जमीन खरीदी थी। जब बुधवार सुबह 11 बजे ग्राम प्रधान यज्ञदत्त गुर्जर ने इस जमीन पर कब्जे करने के लिए करीब 200 लोगों और 32 ट्रैक्टरों के साथ पहुंचे और जमीन जोतने की कोशिश की, तो विवाद हो गया। विरोध करने पर उसकी तरफ के लोगों ने स्थानीय ग्रामीणों पर ताबड़तोड़ गोलियां चला दीं। इस वारदात में नौ लोगों की मौके पर ही मौत हो गयी। एक घायल ने बाद में दम तोड़ दिया। 18 अन्य जख्मी हो गए। प्रशासनिक अधिकारी गुरुवार शाम लगभग पांच बजे मृतकों के शव लेकर उभ्भा गांव पहुंचे। शवों को देखते ही पूरे गांव में कोहराम मच गया। शवों को दफ़नाने के स्थान को लेकर प्रशासन एवं ग्रामीणों में विवाद की स्थिति पैदा हो गई। गांव वालों की मांग थी कि जहां गोली चली है, शवों को उसी ज़मीन में दफ़नाया जाए जबकि प्रशासन का कहना था कि परम्परागत स्थान पर ही दफ़नाया जाएगा।

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