कश्मीर मुद्दे को लेकर चीन से नहीं हुई कोई बात, भारत बोला- ये हमारा आंतरिक मामला
By: Pinki Sat, 12 Oct 2019 3:18:09
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) और चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग (Xi Jinping) के बीच आज शनिवार को एक बार फिर मुलाकात हुई। दोनों नेताओं के बीच तमिलनाडु के कोवलम स्थित ताज फिशरमैन कोव रिजॉर्ट में करीब एक घंटे तक शिखर वार्ता चली। दोनों नेताओं ने कूटनीतिक संचार बढ़ाने पर जोर दिया है। इसके अलावा व्यापार, निवेश और सेवाओं पर चर्चा के लिए नया मैकेनिज्म तैयार करने पर बात हुई। जिनपिंग ने तीसरी अनौपचारिक वार्ता के लिए मोदी को चीन आने का न्योता दिया है।
पीएम मोदी ने कहा कि हम एक-दूसरे की चिंताओं को समझते हैं। मतभेदों को विवाद नहीं बनने देंगे। हमारे रिश्ते विश्व शांति का उदाहरण हैं। भारत और चीन के बीच सांस्कृतिक संबंध हैं। पीएम मोदी ने कहा कि बीते 2000 साल में अगर कुछ काल खंड को छोड़ दें तो भारत और चीन दुनिया की प्रमुख आर्थिक शक्तियां रही हैं। वहीं चीनी राष्ट्रपति ने कहा कि वे भारत में मिले सम्मान से अभिभूत हैं। पिछले साल वुहान में इनफॉर्मल समिट में संतुलन और फ्रेश मोमेंटम आया है। दोनों देशों के बीच कूटनीतिक आदान प्रदान भी बढ़ा है। हम एक दूसरे के कंसर्न के बारे में सेंसेटिव रहेंगे।
वही इस वार्ता के बाद विदेश सचिव विजय गोखले ने कहा कि पीएम मोदी और शी जिनपिंग के बीच मानसरोवर यात्रा का मुद्दा उठा। इस दौरान मानसरोवर की यात्रा पर जाने वाले यात्रियों की सुविधा पर बातचीत हुई। पीएम मोदी ने चीनी राष्ट्रपति को मानसरोवर यात्रियों की सुविधा के लिए कुछ विचार सुझाये। इसके अलावा तमिलनाडु और चीन के फुजियान राज्य के बीच संबंध बढ़ाने पर भी चर्चा हुई।
विदेश सचिव विजय गोखले ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति शी जिनपिंग इस बात पर सहमत थे कि मौजूदा दुनिया में आतंकवाद और कट्टरपंथ की चुनौतियों से निपटना जरूरी है। दोनों नेताओं ने कहा कि भारत और चीन न सिर्फ क्षेत्र आबादी के लिहाज से बड़े है, बल्कि विविधता के हिसाब से भी दोनों देश बड़े हैं।
कश्मीर को लेकर कोई बात नहीं
विदेश मंत्रालय के मुताबिक पीएम नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच कश्मीर मुद्दे को लेकर कोई चर्चा नहीं हुई है। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान विदेश सचिव विजय गोखले ने कहा कि पीएम मोदी और राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच ये मुद्दा उठा ही नहीं। उन्होंने कहा कि भारत बहुत पहले स्पष्ट कर चुका है कि कश्मीर भारत का आंतरिक मसला है। हालांकि दोनों नेताओं के बीच मुलाकात के दौरान दोनों देशों ने वैश्विक आतंकवाद और इससे पैदा होने वाले खतरे पर चर्चा की।
मोदी के साथ दूसरी अनौपचारिक बैठक के लिए चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग शुक्रवार को महाबलीपुरम पहुंचे थे। मोदी ने चीन के राष्ट्रपति का स्वागत पारंपरिक तमिल वेशभूषा में किया। इस दौरान मोदी ने मामल्लपुरम में जिनपिंग को अर्जुन तपस्या स्थली और तट मंदिर के दर्शन कराए और इन स्थलों का महत्व समझाया। महाबलीपुरम में सांस्कृतिक कार्यक्रम के बाद मोदी जिनपिंग को रात्रिभोज दिया। भारत द्वारा मिले आवभगत पर चीनी राष्ट्रपति ने कहा मैं भारत के स्वागत से अभिभूत हूं। इस वार्ता से संबंधों में गर्माहट आई है। भारत का यह दौरा हमेशा यादगार रहेगा। चीनी राष्ट्रपति ने कहा, 'चीन और भारत एक-दूसरे के अहम पड़ोसी हैं। दोनों दुनिया के ऐसे देश हैं, जिनकी आबादी एक अरब से ज्यादा है।प्रधानमंत्री जी जैसा कि आपने कहा कि कल मैंने और आपने एक दोस्त की तरह चर्चा की। द्विपक्षीय संबंधों पर हमारे बीच दिल से दिल की बातें शेयर हुईं।'
Foreign Secretary Vijay Gokhale: This(Kashmir) issue was not raised and not discussed. Our position is anyways very clear that this is an internal matter of India. #Modixijinping pic.twitter.com/6tULNNCLRA
— ANI (@ANI) October 12, 2019