महाराष्ट्र-हरियाणा में उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाई BJP, धरी रह गईं जश्न की सभी तैयारियां!
By: Pinki Thu, 24 Oct 2019 2:25:17
महाराष्ट्र और हरियाणा दोनों ही विधानसभा चुनावों के नतीजों में यह देखने को मिला है कि बीजेपी उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाई। महाराष्ट्र में अब तक आए रुझानों के मुताबिक बीजेपी और शिवसेना गठबंधन को बहुमत तो मिल गया है लेकिन बीजेपी की पिछले चुनाव के मुकाबले सीटें कम हो गई हैं। वहीं हरियाणा में पिछले चुनाव में बहुमत पाने वाली बीजेपी इस बार इससे पिछड़ गई है। हरियाणा में हुड्डा के नेतृत्व में कांग्रेस बीजेपी को कड़ी टक्कर दे रही है। हरियाणा में भाजपा का अबकी बार 75 पार का नारा फेल हो चुका है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला, जिन्हें संगठन में बड़ा ओहदा देकर जाटों को साधने की जिम्मेदारी दी गई थी, वह खुद टोहना सीट पर पीछे चल रहे हैं। अमित शाह के फटकार लगाने के बाद बराला ने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है।
इसी वजह से मुंबई का बीजेपी दफ्तर हो या फिर चंडीगढ़ में बीजेपी राज्य मुख्यालय दोनों ही जगह सन्नाटा पसरा हुआ है और कार्यकर्ता नदारद दिख रहे हैं। जश्न की सभी तैयारियां धरी रह गईं।
अब तक आए रुझानों के मुताबिक महाराष्ट्र में बीजेपी शिवसेना गठबंधन को 167 सीटें मिलती दिख रही है जबकि कांग्रेस और एनसीपी गठबंधन को 94 सीटें मिलने की संभावना नजर आ रही है। वहीं बात अगर हरियाणा की करें तो अब तक के रुझानों के मुताबिक यहां कांग्रेस मौजूदा खट्टर सरकार को कड़ी टक्कर दे रही है। बीजेपी ने खट्टर के नेतृत्व में ही इस बार चुनाव लड़ा था। हरियाणा के रुझानों के मुताबिक बीजेपी को जहां 37 सीटों पर बढ़त हासिल है वहीं 33 सीटों पर कांग्रेस के उम्मीदवार आगे नजर आ रहे हैं। दुष्यंत चौटाला की पार्टी जेजेपी ने हरियाणा में क्षमता के मुताबिक बेहतर प्रदर्शन किया है। वर्तमान परिस्थितियों में वे किंग मेकर की भूमिका में हैं। ऐसा लग रहा है कि उनके बगैर किसी भी दल के लिए सरकार बनाना आसान नहीं होगा। जेजेपी प्रमुख ने पार्टी की जीत पर कहा है कि उनकी पार्टी को बच्चों की पार्टी कहा जाता था लेकिन आज हम इतना अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं।
बीजेपी के उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं करने की वजह से दोनों ही राज्यों के पार्टी मुख्यालय खाली दिख रहे हैं और कार्यकर्ताओं भी शांति से चुनाव परिमाण को देख रहे हैं। संभावित जीत के जश्न के लिए बीजेपी की तरफ से बड़े स्तर पर दोनों राज्यों में तैयारी की गई थी। पार्टी दफ्तर को सजाने के साथ ही ढोल-नगाढ़े, पटाखे और मिठाइयों की व्यवस्था भी की गई थी लेकिन जो आंकड़े अब तक सामने आया है उससे बीजेपी आलाकमान खुश नजर नहीं आ रहा है।