शी जिनपिंग की मेहमान नवाजी में परोसे जाएंगे ये खास तमिल व्यंजन, PM मोदी के साथ होगा शाही डिनर
By: Pinki Fri, 11 Oct 2019 2:21:54
चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग दूसरी अनौपचारिक बैठक के लिए चेन्नई पहुंच गए हैं। शुक्रवार दोपहर करीब 2 बजे शी जिनपिंग का विमान चेन्नई एयरपोर्ट पर लैंड हुआ। भारत-चीन के बीच इस बार इन्फॉर्मल समिट तमिलनाडु के महाबलीपुरम (माम्मलापुरम) में हो रही है। जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, शी जिनपिंग से मुलाकात करेंगे, इस दौरान कई अहम मसलों पर बातचीत होगी। चीनी राष्ट्रपति का ये दौरा 48 घंटे के लिए होगा। शी जिनपिंग गुंडी के आईटीसी ग्रांड चोला होटल में ठहरेंगे। वहां उनके लिए खास लंच और ब्रेकफास्ट की व्यवस्था की जा गई है।
Tamil Nadu: Chinese President Xi Jinping arrives in Chennai. The second informal summit between Prime Minister Narendra Modi and President Xi will begin in Mahabalipuram today. pic.twitter.com/s17EDZxUqr
— ANI (@ANI) October 11, 2019
ब्रेकफास्ट भी होगा कुछ खास
शी जिनपिंग को दिया जाने वाला ब्रेकफास्ट खास होगा। उन्हें इसमें तमिल व्यंजन दिए जाएंगे। इसमें डोसा, इडली, वड़ा, सांभर, चटनी, वेन पोंगल, इडियप्पम और वड़ा करी होगी। इसके साथ ही एक शेफ भी शी जिनपिंग को यहां के पारंपरिक व्यंजनों के बारे में जानकारी देगा।
ऐसा होगा लंच
शी जिनपिंग को लंच के दौरान उनके पसंदीदा व्यंजन परोसे जाएंगे, जो कि प्याज और मीट से बने होंगे। इसमें गाजर और पत्ता गोभी के साथ तैयार फ्राइड लिवर, नूडल्स और विभिन्न तरह के सूप भी हैं। इसके अलावा उन्हें दक्षिण भारतीय व्यंजन चावल, सांभर, वठा कुलंबू, रसम, बिरयानी, बटर नान, रोटी, टमाटर और गाजर का सूप भी परोसा जाएगा।
बता दें कि शी जिनपिंग से मिलने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चेन्नई पहुंच गए हैं। एयरपोर्ट पर मुख्यमंत्री ई. पलानीस्वामी और राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित ने पीएम मोदी का स्वागत किया। चेन्नई पहुंचने पर पीएम नरेंद्र मोदी ने तीन भाषाओं में ट्वीट किया। पीएम ने चीनी, तमिल और अंग्रेजी में ट्वीट कर यहां पहुंचने की खुशी जाहिर की। चेन्नई पहुंचने के बाद प्रधानमंत्री ने ट्वीट करते हुए कहा, 'मैं तमिलनाडु की इस महान भूमि में आकर बहुत खुश हूं, तमिलनाडु अपनी महान संस्कृति और आतिथ्य के लिए जाना जाता है। यह बहुत खुशी की बात है कि तमिलनाडु राष्ट्रपति शी जिनपिंग की मेजबानी करेगा। मुझे उम्मीद है कि यह अनौपचारिक बैठक भारत-चीन संबंधों को और मजबूत करेगी।'