नोएडा अथॉरिटी के नोटिस के बाद नमाजियों ने भी की अपील, 'पार्क में न पढ़ें नमाज, इस मामले में और विवाद नहीं चाहते'

By: Pinki Fri, 28 Dec 2018 08:51:45

नोएडा अथॉरिटी के नोटिस के बाद नमाजियों ने भी की अपील, 'पार्क में न पढ़ें नमाज, इस मामले में और विवाद नहीं चाहते'

नोएडा सेक्टर-58 के थाना प्रभारी की ओर से नोटिस जारी किया गया है। जिसमें कहा गया है कि कंपनी अपने कर्मचारियों को इस बारे में अवगत कराए कि पार्क में इकट्ठे होकर मुस्लिम कर्मचारी नमाज न पढ़ें। हालाकि इस नोटिस के बाद बवाल मच गया है लेकिन इसी बीच जुमे की नमाज के मुख्य आयोजनकर्ता ने मुसलमानों से अपील की कि पार्क में एकत्र ना हों क्योंकि वहां जुमे की नमाज के लिए अनुमति नहीं मिली है। पुलिस ने उक्त पार्क में धार्मिक गतिविधियों को प्रतिबंधित कर दिया है। पार्क में जुमे की नमाज आयोजित करने वालों में से एक आदिल राशिद ने कहा कि वह इस मामले में और विवाद नहीं चाहते हैं। पुलिस का कहना है कि वह आज (शुक्रवार) के हालात पर नजर रखेगी।

इस महीने की शुरुआत में नोएडा पुलिस ने आदेश जारी किया था कि सरकारी भूखंडों पर जुमे की नमाज नहीं हो सकती है क्योंकि उसके लिए यथोचित अनुमति नहीं है। राशिद ने कहा कि मैंने पार्क में नमाज की अनुमति देने के लिए प्रशासन को आवेदन दिया था लेकिन वह नामंजूर हो गया। इसलिए जिन्हें सूचना नहीं है, मैं उन लोगों से अपील करूंगा कि वे जुमे की नमाज के लिए शुक्रवार (28 दिसंबर) को पार्क में ना आएं। 2013 से ही पार्क में जुमे की नमाज पढ़ाने का दावा करने वाले 24 वर्षीय मौलवी नोमान अख्तर ने कहा कि वह जुमे की नमाज के लिए पार्क में नहीं जाएंगे। उन्होंने कहा कि राशिद और अख्तर को नमाज के लिए अवैध तरीके से पार्क का इस्तेमाल करने के आरोप में 18 दिसंबर को एहतियातन हिरासत में लिया गया और तीन दिन तक जेल में रखा गया था।

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नोटिस से नाराज असदुद्दीन ओवैसी

ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने इसको लेकर यूपी पुलिस को निशाने पर लिया है। इसको लेकर ओवैसी ने एक ट्वीट किया है, जिसमें उन्होंने कहा कि यूपी पुलिस कांवड़ियों पर फूल बरसाती है, लेकिन मुस्लिमों के नमाज पढ़ने पर शांति और सौहार्द बिगड़ता है।

ओवैसी ने ट्वीट कर कहा, 'यूपी पुलिस कांवड़‍ियों पर तो फूल बरसाती है, पर सप्‍ताह में एक बार पढ़े जाने वाले नमाज से उन्‍हें शांति व सौहार्द में बाधा नजर आने लगती है। यह मुसलमानों को यह कहने जैसा है कि आप कुछ भी करो गलती तो आपकी ही होगी।' उन्‍होंने कर्मचारियों के नमाज पढ़ने पर कंपनी के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की चेतावनी पर भी सवाल उठाए।
एआईएमआईएम नेता ने कहा कि कानून के तहत आखिर किसी बहुराष्‍ट्रीय कंपनी को उसके कर्मचारी के उस काम के लिए कैसे जिम्मेदार ठहराया जा सकता है, जो उसने व्‍यक्तिगत तौर पर किया हो। उनका यह ट्वीट नमाज को लेकर नोएडा पुलिस के विवादित निर्देश के बाद आया है।

आपको बता दें कि नोएडा में खुले में नमाज पढ़े जाने को लेकर सेक्टर-58 पुलिस ने खुले में नमाज पढ़ने से रोक लगा दी है। नोएडा के सेक्टर 58 पुलिस ने इंडस्ट्रियल एरिया में आने वाले नोएडा अथॉरिटी के पार्क में खुले में नमाज पढ़ने पर रोक लगाई है। इसके लिए पुलिस ने इंडस्ट्रियल एरिया के सभी कंपनियों को नोटिस भेजा है। इस नोटिस के मुताबिक, अगर नोएडा सेक्टर-58 स्थित इंडस्ट्रियल हब स्थित कार्यालयों के कर्मचारी नियमों का उल्लंघन करते पाए तो इसके लिए संस्थान को ही जिम्मेदार ठहराया जाएगा।

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