CBI बंगाल विवाद: ममता को राहुल का समर्थन, पर कांग्रेस सांसद बोले- 'मुख्यमंत्री नाटक कर रही हैं, यहां करोड़ों रूपये का घोटाला हुआ है'
By: Priyanka Maheshwari Mon, 04 Feb 2019 4:17:23
पश्चिम बंगाल में सीबीआई (CBI) को लेकर पैदा हुए विवाद पर कांग्रेस (Congress) में दो दल देखेने को मिल रहे है। जहां एक ओर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) धरने पर बैठीं सीएम ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) के समर्थन कर रहे हैं तो वहीं उनकी पार्टी ने इसे 'ममता का नाटक' करार दिया है।
कोलकाता पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार से पूछताछ करने पहुंची सीबीआई टीम के बाद पैदा हुए विवाद के बाद राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी धरने पर बैठ गईं। ममता बनर्जी ने सीबीआई की कार्रवाई को लेकर नरेंद्र मोदी सरकार और भाजपा पर निशाना साधा है। ममता ने पत्रकारों से कहा, 'यह अभूतपूर्व है। वह बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाने के लिए इन बहानों का इस्तेमाल कर रहे हैं। यह किसी तख्तापलट से कम नहीं है। यह सुपर इमरजेंसी है।' मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि ‘भगवा पार्टी पुलिस और अन्य संस्थानों को नियंत्रण में लेने के लिये सत्ता का गलत इस्तेमाल कर रही है।’ बनर्जी ने ट्वीट किया, ‘भाजपा नेतृत्व का शीर्ष स्तर राजनीतिक बदले की ओछी भावना से काम कर रहा है। न सिर्फ राजनीतिक दल उनके निशाने पर हैं बल्कि पुलिस को नियंत्रण में लेने और संस्थानों को बर्बाद करने के लिये वे सत्ता का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं। हम इसकी निंदा करते हैं।’ ममता ने आगे कहा, 'वह सबकुछ गब्बर स्टाइल में नियंत्रित करना चाहते हैं। यह संवैधानिक संकट है। संविधान की रक्षा किए जाने की जरूरत है। वे किसी भी चीज का सहारा ले सकते हैं। इसे रोका जाना चाहिए और इसलिए मैं सत्याग्रह कर रही हूं। केवल बंगाल में ही यह खतरा नहीं है, इसका सामना हर कोई कर रहा है। वह राजनीतिक प्रतिशोधी हैं। हमारे पास विशिष्ट इनपुट हैं कि वे कोलकाता में सांप्रदायिक तनाव को भड़काएंगे। मैं चाहती हूं कि सभी एकजुटता के साथ अपनी आवाज बुलंद करें।'
राज्य में हाल में हुई रैलियों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने ममता बनर्जी को भ्रष्टाचार के मामले में घेरने की कोशिश की थी। मुख्यमंत्री बनर्जी लगातार चुनाव से पहले केंद्रीय एजेंसियों के होने वाले दुरुपयोग को लेकर बोलती रही हैं। रविवार को उन्होंने कहा, 'क्या आपने दुर्गापुर में पीएम द्वारा इस्तेमाल की गई भाषा पर ध्यान दिया? क्या यह शिष्टाचार है? वह देश के संघीय ढांचे के लिए खतरा हैं। मैं लंबे समय तक सांसद रही हूं। मैंने उस तरह की भाषा का कभी इस्तेमाल नहीं किया जैसी कि मेरे खिलाफ हो रही है। मैं एक महिला होने के नाते यह कभी नहीं कहती। वे संस्थानों को नष्ट करने पर तुले हुए हैं। मैं इससे बहुत दुखी हूं और इसके खिलाफ तबतक धरना करुंगी जबतक यह रुक नहीं जाता।'
राहुल गांधी ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से फोन पर बात की और उनके प्रति अपना समर्थन व्यक्त करते हुए कहा कि पूरा विपक्ष एकजुट है और यह फासीवादी ताकतों को हराएगा। राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल का घटनाक्रम भारत की संस्थाओं पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं भाजपा के निरंतर हमलों का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस कंधे से कंधा मिलाकर ममता के साथ है। राहुल गांधी ने ट्वीट किया, "पूरा विपक्ष एक साथ खड़ा रहेगा और इन फासीवादी ताकतों को हराएगा।' वहीं दूसरी ओर बंगाल से कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा है, 'मुख्यमंत्री ममता बनर्जी नाटक कर रही हैं, यहां करोड़ों रूपये का घोटाला हुआ है।'
हालांकि, ममता बनर्जी को विपक्ष के नेताओं का भरपूर समर्थन मिल रहा है।
कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को लेकर मोदी और शाह की दुर्भावना 'जहरीली' है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा और प्रधानमंत्री 'सस्ती लोकप्रियता एवं लोगों को बांटने' के लिए राज्य में विवाद पैदा करने के लिए बेसब्र हैं ताकि 2019 के चुनावों में उन्हें थोड़ी जगह मिल जाए।
सिंघवी ने दावा किया कि रविवार शाम संघीय राजव्यवस्था पर ऐसे हमले जारी रख कर मोदी सरकार ने संसद का बगैर कामकाज वाला सत्र सुनिश्चित कर दिया है।
कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने संवाददाताओं से कहा कि भाजपा अपने प्रयोगों के लिए बंगाल को एक प्रयोगशाला बनाने की नाकाम कोशिश कर रही है।
वहीं, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, "ममता दीदी से बात की और अपनी एकजुटता जाहिर की। मोदी-शाह दोनों की कार्रवाई पूरी तरह से अजीब और अलोकतांत्रिक है"।
राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद भी तृणमूल कांग्रेस की सुप्रीमो के समर्थन में आए हैं। प्रसाद ने ट्वीट करते हुए कहा कि देश में संविधान और संवैधानिक संस्थाएं 'अप्रत्याशित संकट' का सामना कर रही हैं। उन्होंने कहा कि देश में गृह युद्ध पैदा करने की कोशिश की जा रही है।
तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि पश्चिम बंगाल में इस मामले को लेकर सभी विपक्षी दल सोमवार को निर्वाचन आयोग के पास जाएंगे। उन्होंने कहा, 'सदन के भीतर और बाहर हम सब साथ रहेंगे। हम जो भी कदम उठाएंगे, साथ उठाएंगे। यह सीबीआई नहीं है, यह अमित शाह और मोदी का तोता है।'
वहीं आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री और तेदेपा प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू ने संवाददाताओं से कहा कि हम सोमवार को विपक्ष के नेताओं के साथ दिल्ली में चर्चा करेंगे और राष्ट्रव्यापी मुहिम पर एक कार्य योजना तैयार करेंगे। उन्होंने कहा, ‘‘तेदेपा सांसद अन्य विपक्षी नेताओं के साथ मिलकर सीबीआई संबंधी इस मामले का कड़ा विरोध करेंगे।'
लालू प्रसाद की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल के मनोज झा ने कहा कि विपक्ष का विरोध मोदी सरकार के गुरूर के खिलाफ है। झा ने कहा, 'आलोक वर्मा मामले के बाद से सीबीआई की विश्वसनीयता नहीं बची है। हम देखेंगे कि चुनाव के बाद जेल कौन जाएगा।'
कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने सोमवार सुबह ट्वीट किया, 'पश्चिम बंगाल में जो हुआ, वह हमारे संविधान द्वारा दिए गए राज्य के संघीय अधिकारों पर हमला है। हम पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ खड़े हैं।