World Cancer Day 2019: इजरायली कंपनी का दावा, अब कैंसर का हो सकेगा 100 प्रतिशत इलाज
By: Priyanka Maheshwari Sat, 02 Feb 2019 1:07:40
जीवनशैली से संबंधित बीमारियों में कैंसर भी शामिल है। इसकी शुरुआत शरीर के एक अंग से होती है, लेकिन समय पर उपचार नहीं किया जाए तो यह शरीर के अन्य भागों में भी फैल जाता है। कैंसर के 100 से अधिक प्रकार हैं। कैंसर के प्रकार का नाम ,आमतौर पर उन अंगों या ऊतकों के लिए नाम दिया जाता है ,जहां कैंसर शुरू होता हैं, लेकिन उन्हें उन कोशिकाओं के प्रकार के नाम से भी जाना जाता है जिनसे वो बनते है। कैंसर के शुरूआती लक्षणों को अगर पहचान लिया जाये तो इसे खतरनाक स्टेज तक जाने से रोका जा सकता है। शुरुआती अवस्था में पहचान होने के बाद इसके उपचार में आसानी भी होती है और इसके कारण होने वाली मौतों को भी रोका जा सकता है। एक अनुमान के मुताबिक पुरुषों में कैंसर से होने वाली मृत्यु में 31 प्रतिशत फेफड़े के कैंसर, 10 प्रतिशत प्रोस्टेट, 8 प्रतिशत कोलोरेक्टल, 6 प्रतिशत पैंक्रिएटिक और 4 प्रतिशत लिवर कैंसर से होती हैं। इसलिए इसके शुरूआती लक्षणों को नजरअंदाज न करें। इन सबके बीच कैंसर से जुड़ी एक अच्छी खबर भी सुनने को मिल रही है कि साल 2020 तक यानी अगले एक साल में कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी का 100 फीसदी इलाज संभव हो पाएगा और यह दावा किया है इजरायल की एक बायोटेक कंपनी ने।
बायोटेक कंपनी AEBi का दावा
वैसे तो मेडिकल की दुनिया में कैंसर की बीमारी का अलग-अलग तरह का इलाज मौजूद है लेकिन कोई भी इस बीमारी को पूरी तरह से यानी 100 फीसदी खत्म करने का दावा नहीं करता। लेकिन इजरायल की कंपनी ऐक्सिलेरेटेड इवॉलूशन बायोटेक्नॉलिजी लिमिटेड (AEBi) जिसकी स्थापना साल 2000 में ITEK विजमन टेक्नॉलजी इन्क्यूबेटर ने किया था का दावा है कि वे कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी को पूरी तरह से ठीक कर सकते हैं।
पहले दिन से असर करेगी कैंसर की दवा
AEBi के बोर्ड ऑफ चेयरमैन ने एक इंटरव्यू में दावा किया कि उनके द्वारा बनाई जा रही कैंसर की दवा पहले दिन से ही असरदार साबित होगी जो कुछ हफ्तों तक चलेगी और मरीज को पूरी तरह से ठीक कर देगी। इतना ही नहीं कंपनी चेयरमैन का यह भी दावा है कि उनकी इस दवा का बेहद कम या फिर समझिए बिलकुल भी किसी तरह का कोई साइड-इफेक्ट नहीं है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि कैंसर के लिए उनकी कंपनी जो इलाज विकसित कर रही है वह मार्केट में मौजूद दूसरे इलाजों की तुलना में काफी सस्ता भी होगा।
कैंसर के रिसेप्टर पर हमला करती है नई दवा MuTaTo
बायोटेक कंपनी AEBiने जो इलाज विकसित किया है उसे उन्होंने नाम दिया है- MuTaTo यानी मल्टी-टार्गेट टॉक्सिन जो SoAP टेक्नॉलजी पर आधारित है। इस बायोटेक कंपनी के सीईओ डॉ इलैन मोराद ने कहा कि उन्होंने सबसे पहले इस बात से शुरुआत की फिलहाल मार्केट में मौजूद कैंसर से जुड़ी दवाएं और ट्रीटमेंट पूरी तरह से असर क्यों नहीं कर रहे हैं और उसके बाद उन्होंने कैंसर से निपटने के लिए असरदार तरीका खोजना शुरू किया। ज्यादातर कैंसर की दवा किसी खास टार्गेट या कैंसर सेल पर हमला करती हैं जबकि MuTaTo कैंसर सेल के रिसेप्टर यानी अभिग्राहक पर 3 तरफ से हमला करता है।
हर साल कैंसर से 1.80 करोड़ नए मामले आ रहे सामने
कंपनी का दावा है कि उनकी यह दवा और ट्रीटमेंट का चूहों पर सफल प्रयोग किया जा चुका है और अब इसे इंसानों पर प्रयोग किया जाएगा जिसके बाद कैंसर की यह दवा अगले साल यानी 2020 में मार्केट में आ जाएगी। आपको जानकर हैरानी होगी कि दुनियाभर में हर साल कैंसर के 1 करोड़ 80 लाख नए मामले सामने आ रहे हैं।
कैंसर के लक्षण
- त्वचा पर एक नया स्थान, जो इसके आकार, आकार और रंग को बदलता है, त्वचा कैंसर का सौंपा जा सकता है।
- यदि आपके पास घबराहट खांसी है और आप धूम्रपान नहीं करते हैं तो यह फेफड़ों के कैंसर का संकेत हो सकता है।
- श्रोणि क्षेत्र में दर्द के साथ महिलाओं में लगातार सूजन एक डिम्बग्रंथि के कैंसर का सुझाव दे सकता है।
- यदि पुरुषों में मिक्चरिशन (पीइंग) के दौरान दर्द होता है, तो यह प्रोस्टेट कैंसर का संकेत हो सकता है।
- यदि आपके शरीर में सूजन लिम्फ नोड्स हैं जो ठीक हो जाते हैं, तो यह ल्यूकेमिया (रक्त कैंसर) का संकेत हो सकता है।
- लंबे समय तक चलने वाले खूनी मल कोलन कैंसर की भविष्यवाणी कर सकते हैं।
- मुंह में लंबे समय तक खराब सांस और कैकर घाव मौखिक कैंसर का संकेत हो सकता है।