चंद्र ग्रहण के दौरान इन बातों का रखें विशेष ध्यान खासकर गर्भवती महिलाये
By: Priyanka Maheshwari Fri, 27 July 2018 12:55:33
27 जुलाई को सदी का सबसे लंबा चंद्र ग्रहण लगेगा। इस चंद्र ग्रहण को वैज्ञानिक ने ‘ब्लड मून’ का नाम दिया है। यह ग्रहण रात 11.54 से शुरू होकर अगले दिन 28 जुलाई सुबह 3.49 तक रहेगा, यानी यह पूर्ण चंद्र ग्रहण होगा। जिसकी अवधि 3 घंटे 55 मिनट तक है। इस चंद्र ग्रहण में चंद्रमा लाल रंग का दिखेगा, जिसे ब्लड मून भी कहा जाता है। इस दौरान एक तरफ जहां चांद देखने की उत्सुकता रहती है, वहीं डर भी रहता है कि ग्रहण के दौरान चांद की हानिकारक किरणों से आंखों को कई नुकसान ना हो। इसीलिए यहां चंद्र ग्रहण को देखने के लिए खास टिप्स दिए जा रहे हैं, जिन्हें अपनाकर आप ग्रहण को देख सकते हैं।
चंद्र ग्रहण के दौरान इन बातों का रखें ध्यान :
- सूर्य ग्रहण की तरह आपको इसे चश्मों के साथ देखने की ज़रूरत नहीं पड़ती। बल्कि चंद्र ग्रहण को नंगी आंखों से देखा जा सकता है। वहीं, सूर्य ग्रहण को खास सोलर फिल्टर वाले चश्मों से देखने की सलाह दी जाती है जिन्हें सोलर-व्युइंग ग्लासेस, पर्सनल सोलर फिल्टर्स या आइक्लिप्स ग्लासेस कहा जाता है।
- आप चाहे तो खुले मैदान या फिर पास के किसी पार्क में जाकर चांद का दीदार कर सकते हैं।
- सिर्फ चश्मे ही नहीं इस ग्रहण को देखने के लिए आपको किसी भी तरह से खास आंखों को प्रोटेक्ट करने वाले साधन की ज़रूरत नहीं है।
- वहीं, ज्योतिषों और पंडितों के अनुसार ऐसा कहा जाता है कि ग्रहण के वक्त खुले आकाश में ना निकलें, खासकर प्रेग्नेंट महिलाएं, बुजुर्ग, रोगी और बच्चे। ग्रहण से पहले या बाद में ही खाना खाएं।
सूतक काल
27 जुलाई को ग्रहण शुरू होने से पहले दोपहर 02:54 बजे से 28 जुलाई को रात्रि 03: 49 बजे तक के समय को सूतक काल माना जा रहा है।सूर्योदय के बाद सूतक समाप्त माना जाएगा।
चंद्रमा क्यों दिखता है लाल
चंद्र ग्रहण के समय चंद्रमा हमेशा लाल रंग का दिखाई देता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि चंद्रग्रहण के वक्त सूर्य और चांद के बीच में पृथ्वी आ जाती है। इस वजह से सूर्य की रोशनी रुक जाती है। ऐसी वजह से चंद्रमा का रंग लाल हो जाता है।
गर्भवती महिलाओं को चन्द्र ग्रहण के दौरान इन कामों को नहीं करना चाहिए
- ग्रहण के वक्त चाकू, कैंची आदि का प्रयोग नहीं करना चाहिये, नही तो बच्चे के होठ कट जाते हैं।
- ग्रहण के वक्त सुई का प्रयोग करने से होने वाले बच्चे के दिल में छेद हो जाता है।
- ग्रहण के वक्त पानी पीने से गर्भवती को डीहाइड्रेशन हो जाता है। बच्चे की त्वचा सूख जाती है।
- ग्रहण को नग्न आंखों से देखने से गर्भ में पल रहे बच्चे की आंखों पर असर पड़ता है।
- ग्रहण के वक्त गर्भवती महिला को घर के अंदर रहना चाहिये, बाहर नहीं निकलना चाहिये।
- ग्रहण के वक्त गर्भवती महिला को सोना नहीं चाहिये। बजाये उसके घर के अंदर ऊंचे स्वर में मंत्रों का जाप किया जाना चाहिये।
- ग्रहण के बाद गर्भवती महिला को स्नान करना चाहिये। अन्यथा बच्चे को बीमारी लग सकती है।
साल 2018 का पहला चंद्र ग्रहण 31 जनवरी को दिखाई दिया था। 152 साल बाद यह ऐसा चंद्र ग्रहण था, जो 77 मिनट तक के लिए रहा। इस दौरान चांद 30 फीसदी ज़्यादा चमकीला था।
आपको बता दें कि इस साल पांच ग्रहण होंगे, जिसमें से 3 सूर्य ग्रहण और 2 चंद्र ग्रहण हैं। 27 जुलाई को साल 2018 का दूसरा चंद्र ग्रहण है।