मध्य पूर्व में हालात एक बार फिर से बेहद विस्फोटक और तनावपूर्ण हो गए हैं। इजरायल ने ईरान के परमाणु ठिकानों और रिहायशी इलाकों पर सुनियोजित और भीषण हवाई हमला करके सबकुछ तहस-नहस कर दिया। इन हमलों से बुरी तरह घायल और आक्रोशित ईरान ने जवाबी पलटवार की चेतावनी भी दी है। इन हमलों के बीच अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप सामने आए हैं। उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट ट्रुथ सोशल पर सख्त लहजे में ईरान को खुली धमकी दी है। ट्रंप ने कहा है कि उन्हें इस हमले की पहले से जानकारी थी। ईरान के पास अभी परमाणु समझौता करने का समय है... डील कर लो! वरना सब कुछ खत्म हो जाएगा। ट्रंप ने यह भी दोहराया कि मैंने ईरान को बार-बार मौका दिया, अगर अब समझौता नहीं किया तो अगला हमला और भी खतरनाक होगा।
ट्रंप की यह धमकी तब सामने आई जब इजरायल ने दावा किया कि उसने ईरान के “परमाणु कार्यक्रम के केंद्र बिंदु” पर हमला किया है। इन हमलों में ईरान के सशस्त्र बलों के प्रमुख मोहम्मद बाघेरी और रिवॉल्यूशनरी गार्ड्स के कमांडर हुसैन सलामी समेत छह वरिष्ठ परमाणु वैज्ञानिकों की मौत हो गई है। ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई ने इसे "युद्ध की सीधी घोषणा" बताते हुए "कड़वी और दर्दनाक प्रतिक्रिया" की सख्त चेतावनी दी है।
ईरान की चेतावनी- अब हमले की कोई सीमा नहीं होगी
ईरानी मीडिया के अनुसार, राजधानी तेहरान सहित कई शहरों में मिसाइल हमलों से इमारतें मलबे में तब्दील हो गईं और कई नागरिकों की जान चली गई। ईरान के विदेश मंत्री ने संयुक्त राष्ट्र को पत्र लिखकर आपात बैठक की मांग की है और इजरायल पर अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है। ईरानी सेना ने सख्त लहजे में कहा है कि “अब हमारी प्रतिक्रिया की कोई सीमा नहीं होगी।”
ट्रंप की तीखी चेतावनी- ‘अब वक्त है, वरना अंजाम भयानक होगा’
ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर लिखा, 'मैंने ईरान को बार-बार समझौता करने का मौका दिया। मैंने साफ और सख्त शब्दों में कहा था – "अब समझौता कर लो"। उन्होंने कोशिश की, करीब भी पहुंचे, लेकिन कर नहीं पाए। मैंने पहले ही उन्हें चेतावनी दी थी कि जो होने वाला है, वो उनके सोच से भी कहीं ज्यादा भयानक होगा। अमेरिका दुनिया का सबसे ताकतवर और घातक हथियार बनाता है और इज़रायल के पास ये हथियार बड़ी मात्रा में हैं – और भी आने वाले हैं। उन्हें इनका इस्तेमाल करना भी आता है। ईरान के कुछ कट्टर नेता बड़ी-बड़ी बातें कर रहे थे, लेकिन उन्हें नहीं पता था कि उनके साथ क्या होने वाला है। अब वे सब मारे जा चुके हैं और अगर ईरान ने समझौता नहीं किया तो हालात और भी खराब होंगे। अब तक बहुत तबाही और मौत हो चुकी है, लेकिन अब भी समय है इसे रोकने का। अगला हमला इससे भी खतरनाक होगा। ईरान को समझौता करना होगा, इससे पहले कि सब कुछ खत्म हो जाए और वो सब कुछ जो कभी 'ईरानी साम्राज्य' कहलाता था, मिट जाए। अब और तबाही नहीं, अब और मौत नहीं – समझौता कर लो, इससे पहले कि बहुत देर हो जाए। भगवान आप सबका भला करे।'
क्षेत्रीय संकट गहराया और वैश्विक चिंता बढ़ी
इजरायल ने आपातकाल की घोषणा कर दी है। जॉर्डन और इराक ने अपने हवाई क्षेत्र बंद कर दिए हैं। कई खाड़ी देशों ने ईरान, सीरिया, लेबनान और इराक के लिए उड़ानें रद्द कर दी हैं। तेहरान एयरपोर्ट बंद है और सड़कों पर लंबी ईंधन की कतारें और दहशत का माहौल देखा जा रहा है।