सियोल। मंगलवार, 3 जून को हुए दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति चुनाव में लिबरल पार्टी के उम्मीदवार ली जे-म्युंग ने जीत हासिल की है। 97% से अधिक वोटों की गिनती पूरी हो चुकी है और ली को 49% वोट मिले हैं, जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी किम मून-सू को 41.6% वोटों से संतोष करना पड़ा है। किम ने हार स्वीकार करते हुए ली को बधाई दी।
ली जे-म्युंग एक उदारवादी नेता हैं जिन्होंने अपना बचपन गरीबी में बिताया, लेकिन अब वे देश के सबसे शक्तिशाली पद पर आसीन होने जा रहे हैं। वे बुधवार को राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे और पूर्व रूढ़िवादी राष्ट्रपति यूं सूक येओल का स्थान लेंगे, जिन्हें दिसंबर में मार्शल लॉ लागू करने के कारण हटा दिया गया था।
Lawsuits, scandals, armed troops and a knife-wielding attacker all failed to deter Lee Jae-myung`s ascendancy from sweatshop worker to the South Korean presidency.@AFP profiles the winner of South Korea`s snap election ⬇️https://t.co/gKNVIORJqp
— AFP News Agency (@AFP) June 3, 2025
हालांकि ली पर पहले चीन और उत्तर कोरिया के प्रति नरम रुख रखने का आरोप लगता रहा है, लेकिन उन्होंने अमेरिका और जापान के साथ संबंधों को प्राथमिकता देने की बात भी दोहराई है। ली ने जीत के बाद अपने भाषण में देश को एकजुट करने, अर्थव्यवस्था को मजबूत करने और उत्तर कोरिया के साथ शांति बढ़ाने पर जोर दिया।
उन्होंने कहा, "हम सभी को एक नई शुरुआत करनी चाहिए, भले ही हमारे विचार अलग हों, लेकिन हम सब एक ही देश के नागरिक हैं।"
ली इससे पहले ग्योंगगी प्रांत के गवर्नर और सेओंगनाम शहर के मेयर रह चुके हैं। वे वर्षों से कोरियाई राजनीति में एक विभाजनकारी लेकिन प्रभावशाली नेता माने जाते रहे हैं।