
बांग्लादेश की राजधानी ढाका में सोमवार को एक बड़ा विमान हादसा हुआ, जब वायुसेना का एक ट्रेनिंग जेट स्कूल की इमारत पर आकर गिरा। इस भीषण दुर्घटना में अब तक 20 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 171 से अधिक घायल हैं। दुर्घटना ने पूरे देश को झकझोर दिया है और सरकार ने मंगलवार को एक दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया है।
स्कूल में चल रही थी कक्षा, अचानक गिरी आफत
ढाका के उत्तरा इलाके में स्थित 'माइलस्टोन स्कूल एंड कॉलेज' में उस समय पढ़ाई चल रही थी, जब दोपहर करीब 1:06 बजे बांग्लादेश एयरफोर्स का एक F-7 BGI ट्रेनिंग जेट अचानक स्कूल भवन से टकरा गया। इस चीनी निर्मित विमान ने निर्धारित समय पर उड़ान भरी थी लेकिन अचानक नियंत्रण खो बैठा और स्कूल की तीन मंज़िला इमारत से जा टकराया। टक्कर इतनी भीषण थी कि इमारत में एक बड़ा छेद हो गया और आग की लपटें व काले धुएं का गुबार आसमान में फैल गया।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, स्कूल परिसर में भगदड़ मच गई। कई छात्र जलने की हालत में चीखते हुए बाहर भागते दिखे। दृश्य इतना दर्दनाक था कि कई लोग बच्चों को गोद में उठाकर दौड़ते नज़र आए। कुछ लोगों को स्थानीय रिक्शा और वैन से अस्पताल पहुंचाया गया क्योंकि घटनास्थल पर तत्काल एंबुलेंस उपलब्ध नहीं थी।
ढाका मेडिकल कॉलेज अस्पताल के बर्न यूनिट प्रमुख बिधान सरकार के मुताबिक, एक तीसरी कक्षा के छात्र को मृत लाया गया, जबकि 12, 14 और 40 साल के तीन अन्य लोग गंभीर हालत में भर्ती किए गए हैं। नेशनल बर्न एंड प्लास्टिक सर्जरी इंस्टीट्यूट में 30 से अधिक घायलों का इलाज चल रहा है।
घटना के तुरंत बाद सेना और फायर ब्रिगेड के जवान मौके पर पहुंचे और स्कूल स्टाफ की मदद से राहत कार्य शुरू किया। एक शिक्षक के अनुसार, विमान स्कूल की फ्रंट विंग से टकराया जिससे कई छात्र अंदर ही फंसे रह गए। शुरुआत में शिक्षकों और स्थानीय लोगों ने अपनी जान की परवाह किए बिना फंसे बच्चों को बाहर निकालने में मदद की।
सरकार की प्रतिक्रिया: जांच और सहयोग का वादा
बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है और जांच की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि यह केवल वायुसेना की ही नहीं, बल्कि पूरे देश की अपूरणीय क्षति है। यूनुस के सलाहकार आसिफ नजरुल ने बताया कि घायल छात्रों के इलाज के लिए देश और विदेश से डॉक्टरों की मदद ली जाएगी, और हर संभव सहायता उपलब्ध कराई जाएगी।
सरकार ने राष्ट्रीय झंडे को आधा झुकाने का आदेश दिया है और घोषणा की है कि सभी घायलों के इलाज में कोई कमी नहीं आने दी जाएगी।
पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना ने भी जताया दुख
पूर्व प्रधानमंत्री और अवामी लीग प्रमुख शेख हसीना ने भी इस त्रासदी पर गहरा शोक जताया है। उन्होंने स्थानीय नेताओं और नागरिकों से अपील की है कि वे बचाव कार्यों में पूरा सहयोग दें और पीड़ित परिवारों को सहारा दें। हसीना ने घायलों के इलाज और रक्तदान की भी अपील की है।
यह इस साल का दूसरा चीनी निर्मित F-7 विमान है जो दुर्घटनाग्रस्त हुआ है। इससे पहले म्यांमार की वायुसेना का एक F-7 फाइटर जेट जून में दुर्घटनाग्रस्त हुआ था, जिसमें पायलट की मौत हो गई थी। इस प्रकार की घटनाओं के बाद चीन निर्मित सैन्य उपकरणों की गुणवत्ता पर सवाल उठने लगे हैं।
आपातकालीन सहायता के लिए हेल्पलाइन जारी
नेशनल बर्न एंड प्लास्टिक सर्जरी इंस्टीट्यूट ने आपातकालीन संपर्क नंबर (01949043697) जारी किया है ताकि लोग त्वरित सहायता ले सकें और घायलों की जानकारी प्राप्त कर सकें।
ढाका का यह विमान हादसा न केवल एक तकनीकी विफलता है, बल्कि एक मानवीय त्रासदी भी है जिसने कई परिवारों को गहरे दुख में डुबो दिया है। मासूम बच्चों की जानें जाना, स्कूल का तहस-नहस हो जाना और दर्जनों लोगों का बुरी तरह घायल होना पूरे देश को झकझोर देने वाला है। अब देखना यह है कि सरकार इस घटना की जांच किस स्तर तक ले जाती है और पीड़ितों को कितनी जल्दी न्याय और राहत मिलती है।














