
WhatsApp अपने यूजर्स के लिए एक बड़ा अपडेट लाने की तैयारी में है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, कंपनी ऐसा फीचर टेस्ट कर रही है जिससे अब यूजर्स को चैट या कॉल करने के लिए मोबाइल नंबर की जरूरत नहीं पड़ेगी। इसकी जगह वे अपने यूजरनेम (Username) के जरिए कनेक्ट कर सकेंगे — बिल्कुल इंस्टाग्राम और फेसबुक की तरह।
अभी तक व्हाट्सऐप अकाउंट मोबाइल नंबर से ही जुड़ा होता है। लेकिन आने वाले दिनों में यह तरीका बदल सकता है। नए फीचर के बाद यूजर्स अपनी पसंद का यूजरनेम सेट कर पाएंगे और उसी के जरिए उन्हें सर्च या कॉन्टैक्ट किया जा सकेगा।
फेसबुक-इंस्टाग्राम यूजरनेम होगा इस्तेमाल
ताजा लीक रिपोर्ट्स के अनुसार, एंड्रॉयड के बीटा वर्जन में यह नया फीचर टेस्टिंग फेज में है। इस फीचर के तहत यूजर्स अपने फेसबुक और इंस्टाग्राम के मौजूदा यूजरनेम को व्हाट्सऐप पर भी इस्तेमाल कर पाएंगे। इससे मेटा प्लेटफॉर्म्स (Facebook, Instagram, WhatsApp) के बीच एकीकृत पहचान (Unified Identity) बन जाएगी।
यह अपडेट फिलहाल सीमित यूजर्स के लिए टेस्टिंग स्टेज में है, लेकिन कंपनी जल्द ही इसे सभी एंड्रॉयड और iOS यूजर्स के लिए रोल आउट कर सकती है।
फीचर कैसे करेगा काम?
यह फीचर लॉन्च होने के बाद यूजर्स को WhatsApp Settings में “Username” नाम का नया ऑप्शन दिखाई देगा। यहां जाकर वे अपनी पसंद का नाम सेट कर सकेंगे।
यूजर चाहे तो वही यूजरनेम इस्तेमाल कर सकता है जो फेसबुक या इंस्टाग्राम पर है।
एक बार यूजरनेम सेट करने के बाद, मेटा अकाउंट सेंटर से इसकी वेरिफिकेशन की जाएगी ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि वही व्यक्ति इसका असली मालिक है।
वेरिफिकेशन पूरी होने के बाद यह यूजरनेम आपके व्हाट्सऐप अकाउंट से स्थायी रूप से लिंक हो जाएगा।
अगर किसी यूजर का फेसबुक या इंस्टाग्राम अकाउंट नहीं है, तो उसे केवल व्हाट्सऐप के माध्यम से यूजरनेम सेट करने का विकल्प मिलेगा, लेकिन इसमें थोड़ा समय लग सकता है क्योंकि कंपनी इस फंक्शन को चरणबद्ध तरीके से लागू कर रही है।
प्राइवेसी और सिक्योरिटी पर खास ध्यान
यूजरनेम फीचर केवल सुविधा के लिए नहीं, बल्कि प्राइवेसी बढ़ाने के मकसद से भी लाया जा रहा है। इससे किसी को भी आपका मोबाइल नंबर जानने की जरूरत नहीं पड़ेगी। मतलब — चैटिंग और कॉलिंग अब पहले से कहीं अधिक सुरक्षित होगी।
इसके साथ ही, व्हाट्सऐप एक नया “स्ट्रिक्ट अकाउंट सिक्योरिटी मोड” भी लाने की तैयारी कर रहा है। इस मोड को ऑन करने पर:
सभी प्राइवेसी सेटिंग्स एक ही क्लिक में एक्टिव हो जाएंगी।
यूजर का IP एड्रेस छिपा रहेगा, जिससे लोकेशन डेटा के आधार पर ट्रैकिंग असंभव होगी।
डिवाइस की सुरक्षा और अकाउंट प्रोटेक्शन पहले से मजबूत बन जाएगा।
कब मिलेगा यूजर्स को यह फीचर?
हालांकि व्हाट्सऐप ने अभी आधिकारिक तौर पर लॉन्च डेट की घोषणा नहीं की है, लेकिन बीटा वर्जन में जारी टेस्टिंग यह संकेत देती है कि यह फीचर जल्द ही सभी के लिए रोल आउट किया जाएगा।
यह अपडेट व्हाट्सऐप की दिशा में एक बड़ा कदम है, जो इसे न सिर्फ चैटिंग ऐप बल्कि एक सुरक्षित, प्राइवेसी-केंद्रित सोशल प्लेटफॉर्म के रूप में स्थापित करेगा।














