
उत्तर प्रदेश समेत देश के 12 राज्यों में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) अभियान को तेज़ी से आगे बढ़ाया जा रहा है। इसी बीच, समाजवादी पार्टी (SP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के चाचा और वरिष्ठ नेता रामगोपाल यादव ने चुनाव आयोग की वेबसाइट को लेकर एक बड़ा दावा किया है। उन्होंने चेतावनी दी कि ECI की वेबसाइट बंद हो सकती है।
रामगोपाल यादव ने कहा, "इस बात की संभावना है कि 30 नवंबर की मध्यरात्रि के बाद इलेक्शन कमीशन की वेबसाइट बंद कर दी जाएगी। इसलिए 30 नवंबर की शाम से पहले सभी फॉर्म जमा कर दिए जाएँ। अन्यथा शेष मतदाता ‘अब्सेंट’ दिखाए जाएंगे और उनका वोटर बनने का अवसर छिन जाएगा।"
‘SIR पर बीजेपी क्यों कर रही जल्दबाजी?’
इससे पहले सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने SIR प्रक्रिया को लेकर बीजेपी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग और बीजेपी मिलकर वोटिंग अधिकार छीनने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि बीएलओ पर अत्यधिक दबाव डाला गया, जिससे कुछ लोगों ने आत्महत्या तक की। अखिलेश यादव ने सवाल उठाया कि SIR प्रक्रिया में बीजेपी इतनी जल्दबाजी क्यों कर रही है।
उन्होंने यह भी कहा कि सरकारी रिकॉर्ड के अनुसार सभी फॉर्म वितरित कर दिए गए हैं, लेकिन वास्तविक जमीन पर ऐसा नहीं दिख रहा। उनकी चिंता है कि फॉर्म वितरण का रिकॉर्ड बनाकर वास्तविक स्थिति को छिपाया जा रहा है। उन्होंने इसे एक सोची-समझी साजिश करार दिया।
इस बात की आशंका है की ३० नवंबर की मध्य रात्रि के बाद इलेक्शन कमीशन के वेबसाइट बंद करदी जाएगी । इसलिए ३० को शाम से पहले सभी फॉर्म जमा करदिये जायें । अन्यथा शेष सारे लोग ऐब्सेंट दिखा दिए जाएँगे और उनका वोट नहीं बन पाएगा ।@samajwadiparty
— Prof. Ram Gopal Yadav (@proframgopalya1) November 29, 2025
चुनाव आयोग का बुलेटिन और स्थिति
भारतीय चुनाव आयोग ने शनिवार, 29 नवंबर को अपने दैनिक बुलेटिन में जानकारी दी कि 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में कुल 99.53 प्रतिशत गणना प्रपत्र (ईएफ) पहले ही वितरित किए जा चुके हैं। मतदाता संख्या के हिसाब से सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में 15.40 करोड़ से अधिक मतदाताओं को कवर करते हुए 99.74 प्रतिशत ईएफ वितरण सुनिश्चित किया गया है।














