
सोनभद्र के रॉबर्ट्सगंज थाना क्षेत्र स्थित अरिहंत होटल में हुई चोरी की गुत्थी आखिरकार पुलिस ने सुलझा ली है। शादी समारोह में गायब हुए 75 हजार रुपये और मोबाइल फोन को पुलिस ने मध्य प्रदेश से बरामद कर लिया है। मामले की जानकारी क्षेत्राधिकारी नगर रणधीर मिश्रा ने मीडिया से साझा की।
करीब एक सप्ताह पहले विवाह समारोह के दौरान अरिहंत होटल में नकदी से भरा बैग और मोबाइल चोरी हो गया था। जांच में सामने आया कि इस वारदात को अंजाम देने वाला आरोपी निखिल, मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले के बोड़ा थाना क्षेत्र के गोड़ा गांव का निवासी है। पुलिस ने आरोपित की पहचान तो कर ली है, लेकिन उसकी गिरफ्तारी अभी बाकी है। पुलिस के लगातार दबाव के कारण गोड़ा गांव के मुखिया ने चोरी गए 75 हजार रुपये और मोबाइल को सोमवार को पुलिस को सौंप दिया।
मंगलवार को पुलिस क्षेत्राधिकारी रणधीर मिश्रा ने रॉबर्ट्सगंज कोतवाली में पीड़ित को बरामद की गई रकम और मोबाइल वापस सौंप दिया। उन्होंने बताया कि यह चोरी 22 नवंबर को अरिहंत होटल में आयोजित विवाह कार्यक्रम के दौरान हुई थी। लखनऊ के जानकीपुरम निवासी संतोष त्रिपाठी अपने परिवार के साथ समारोह में आए थे और बैग में रखे रुपये एवं मोबाइल जयमाला कार्यक्रम के दौरान चोरी हो गए थे।
पीड़ित द्वारा दर्ज कराई गई तहरीर में कहा गया था कि रात करीब 12:30 बजे से 1:30 बजे के बीच किसी अज्ञात व्यक्ति ने बैग में रखे 75 हजार रुपये और मोबाइल फोन पर हाथ साफ कर दिया। शिकायत के बाद एसपी अभिषेक वर्मा के निर्देश पर पुलिस टीम ने जांच की रूपरेखा तैयार की और मामले की तह तक जाने के लिए एक विशेष टीम बनाई।
रॉबर्ट्सगंज पुलिस द्वारा अरिहन्त होटल में हुई चोरी की घटना का सफल अनावरण कर, चोरी हुए ₹75,000 नकद व मोबाइल बरामदगी के सम्बन्ध में क्षेत्राधिकारी नगर सोनभद्र रणधीर मिश्रा बताते हुए। pic.twitter.com/HF4tHLr2Hr
— mukesh srivastava (@mchandrabal) December 2, 2025
टीम ने जांच के दौरान होटल और आसपास लगे लगभग 50 सीसीटीवी कैमरों के फुटेज को खंगाला। फुटेज के आधार पर पता चला कि चोरी करने वाला व्यक्ति सोनभद्र से करीब 900 किलोमीटर दूर मध्य प्रदेश का रहने वाला निखिल है। उसकी तलाश में पुलिस की टीम पूरे छह दिन तक मध्य प्रदेश में डटी रही। वहां गोड़ा थाना पुलिस की मदद से स्थानीय मुखिया के माध्यम से चोरी की गई रकम और मोबाइल बरामद किया गया।
सीओ ने बताया कि आरोपी निखिल की गिरफ्तारी के लिए कई अन्य स्रोतों से खोज जारी है। इस मामले में उप निरीक्षक महेंद्र यादव, सिपाही चन्द्रकेश पांडेय और अविनाश की महत्वपूर्ण भूमिका रही।














