
संगम नगरी में नए साल के जश्न की तैयारियों के बीच सिर्फ आम नागरिक ही नहीं, बल्कि झारखंड से आए दो शातिर चोर भी अपनी योजना बना रहे थे। इनका मकसद प्रयागराज से 100 मोबाइल फोन चोरी कर नए साल पर मस्ती करना था।
वे अपने 'लक्ष्य' को पूरा कर शहर छोड़ने ही वाले थे कि जीआरपी और आरपीएफ की संयुक्त टीम ने प्रयागराज जंक्शन पर घेराबंदी कर उन्हें धर दबोचा। उनके पिट्ठू बैग से 86 स्मार्टफोन बरामद हुए, जिनकी अनुमानित कीमत 75 लाख रुपये बताई जा रही है। इसमें 19 आईफोन भी शामिल हैं।
पुलिस हिरासत में आए आकाश महतो और भोला कुमार राय ने पूछताछ के दौरान चौंकाने वाले खुलासे किए। बदमाशों ने बताया कि नए साल पर हर एक को 5-5 लाख रुपये कमाने का लक्ष्य था। इसके लिए उन्होंने मात्र 15 दिनों के भीतर शहर के रेलवे स्टेशन, बस अड्डों और प्रमुख चौराहों पर लगातार वारदातें अंजाम दीं और कुल 86 मोबाइल फोन चुरा लिए।
जीआरपी प्रभारी निरीक्षक अखिलेश कुमार सिंह के नेतृत्व में जब टीम ने प्लेटफार्म नंबर छह पर इन संदिग्धों को रोका, तो उनके पिट्ठू बैग मोबाइल फोन से भरे हुए थे। तलाशी के दौरान 19 आईफोन, दो सैमसंग फोल्ड और 65 अन्य ब्रांड के महंगे स्मार्टफोन मिले।
पुलिस भी यह देखकर हैरान रह गई कि केवल दो युवकों ने इतनी सफाई और योजना के साथ 75 लाख रुपये का मोबाइल सामान इकट्ठा कर लिया। पकड़े गए दोनों आरोपी झारखंड के साहिबगंज जिले के थाना तीनपहाड़ क्षेत्र के निवासी हैं।
प्रभारी निरीक्षक अखिलेश कुमार सिंह ने बताया कि आकाश और भोला शातिर अपराधी हैं। इनके खिलाफ वाराणसी और प्रयागराज में पहले से ही कई मुकदमे दर्ज हैं। ये भीड़भाड़ का फायदा उठाकर यात्रियों की जेब साफ कर देते थे और पलक झपकते ही वहां से गायब हो जाते थे।
कार्रवाई में जीआरपी प्रभारी अखिलेश कुमार सिंह के साथ इंस्पेक्टर शशिकांत यादव, सोनू कुमार और कुल 17 सदस्यों की टीम शामिल थी।
एसपी जीआरपी प्रशांत कुमार वर्मा ने बताया कि यह अब तक की सबसे बड़ी मोबाइल फोन की बरामदगी है। आगामी दिनों में भी कार्रवाई जारी रहेगी। उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए टीम को 10 हजार रुपये का पुरस्कार दिया जाएगा।












