
अमरोहा जिले के गजरौला इलाके में मंगलवार सुबह एक दर्दनाक घटना सामने आई, जहां रेलवे ट्रैक पर ट्रेन की चपेट में आने से एक तेंदुए की मौत हो गई। यह मामला गजरौला थाना क्षेत्र के गांव दरियापुर बुजुर्ग के पास का है। सुबह जब ग्रामीण खेतों की ओर निकले, तो उनकी नजर पास से गुजरने वाली रेलवे लाइन पर पड़े तेंदुए के शव पर पड़ी। शव देखकर इलाके में हड़कंप मच गया और कुछ ही देर में बड़ी संख्या में लोग मौके पर जमा हो गए।
ग्रामीणों के अनुसार, तेंदुए के शरीर पर गंभीर चोटों के निशान थे। उसकी गर्दन पर गहरा घाव दिखाई दे रहा था और गर्दन असामान्य रूप से मुड़ी हुई थी, जिससे यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि तेज रफ्तार ट्रेन की टक्कर से उसकी मौके पर ही मौत हो गई। सूचना मिलते ही वन विभाग को मामले से अवगत कराया गया।
लगभग पांच साल का बताया जा रहा नर तेंदुआ
वन विभाग की टीम तुरंत घटनास्थल पर पहुंची और आवश्यक कार्रवाई के बाद तेंदुए के शव को कब्जे में लेकर जटी वन क्षेत्र स्थित वन विभाग कार्यालय ले जाया गया। अधिकारियों के मुताबिक, मृत तेंदुआ नर था और उसकी उम्र करीब पांच वर्ष आंकी जा रही है। इस घटना के साथ ही अमरोहा जिले में वर्ष 2025 के दौरान तेंदुओं की मौत का आंकड़ा छह तक पहुंच गया है, जो वन्यजीव सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ाता है।
इससे पहले भी जिले में इस तरह की कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं। मार्च महीने में रजबपुर क्षेत्र में हाईवे पार करते समय एक तेंदुआ किसी अज्ञात वाहन की चपेट में आकर मारा गया था। वहीं अगस्त में अमरोहा इलाके में ट्रेन से कुचलकर एक अन्य तेंदुए की मौत हुई थी। इसके अलावा नौगावां सादात और मंडी धनौरा क्षेत्रों में भी तेंदुओं के शव मिलने की घटनाएं दर्ज की जा चुकी हैं।
पोस्टमार्टम से होगी मौत की पुष्टि
प्रभागीय वनाधिकारी राजीव कुमार ने बताया कि तेंदुए के शव का विधिवत पोस्टमार्टम कराया जाएगा, ताकि मौत के कारणों की आधिकारिक पुष्टि हो सके। प्रारंभिक जांच में माना जा रहा है कि सोमवार रात रेलवे लाइन पार करने के दौरान वह किसी ट्रेन की चपेट में आ गया, जिससे उसकी मौत हो गई।
लगातार हो रही इन घटनाओं ने जिले में वन्यजीवों की सुरक्षा और रेलवे तथा हाईवे क्षेत्रों के आसपास सतर्कता बढ़ाने की आवश्यकता को एक बार फिर उजागर कर दिया है।













