
पूर्व कांग्रेस नेता और कल्कि पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने एक बार फिर देश की राजनीति पर तीखे शब्दों में वार किया है। इस बार उन्होंने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी से लेकर समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव, बसपा सुप्रीमो मायावती और सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य तक पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि आज भारतीय राजनीति में मर्यादा, विवेक और संस्कार का अभाव गहराता जा रहा है, जो बेहद चिंताजनक है।
राहुल गांधी पर सीधा हमला
abp लाइव से बात करते हुए आचार्य प्रमोद कृष्णम ने राहुल गांधी को “बदतमीजों का बादशाह” बताते हुए कहा कि उनके खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज हैं और वह फिलहाल जमानत पर चल रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर राहुल गांधी को उचित संस्कार मिले होते, तो वे भारत की मर्यादा और इसकी परंपराओं को बेहतर तरीके से समझते। उन्होंने आरोप लगाया कि राहुल गांधी की राजनीति सिर्फ विरोध के लिए विरोध करने तक सीमित है और यही वजह है कि कांग्रेस जनता का भरोसा खो चुकी है।
अखिलेश यादव पर व्यंग्य और चेतावनी
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पर तंज कसते हुए आचार्य प्रमोद ने कहा, “अखिलेश यादव ने राहुल गांधी का नेतृत्व स्वीकार कर अपनी पार्टी का राजनीतिक भविष्य खत्म कर दिया। अब उनकी स्थिति ऐसी हो गई है कि घर में नहीं हैं दाने, अम्मा चली भुनाने।”
उन्होंने आगे कहा कि अखिलेश यादव को बिहार की राजनीति की बजाय उत्तर प्रदेश की जनता की समस्याओं पर ध्यान देना चाहिए, क्योंकि देश की जनता पहले ही राहुल गांधी की नेतृत्व क्षमता को नकार चुकी है।
नाम बदलने और पहचान की राजनीति पर टिप्पणी
आचार्य प्रमोद कृष्णम ने नाम बदलने की राजनीति को लेकर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि गुलामी के प्रतीकों को मिटाने का अभियान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुरू किया और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उसी दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।
उन्होंने कहा, “योगी जी चाहते हैं कि भारत की पहचान महाराणा प्रताप, गुरु गोविंद सिंह और महात्मा फुले जैसे महान व्यक्तित्वों से जुड़ी रहे, जबकि अखिलेश यादव चाहते हैं कि देश औरंगजेब, तैमूर लंग और बाबर जैसे नामों से पहचाना जाए। यही विचारधारा का अंतर है।”
स्वामी प्रसाद मौर्य और अन्य विवादों पर प्रतिक्रिया
स्वामी प्रसाद मौर्य द्वारा जय श्रीराम और बजरंगबली को लेकर दिए गए बयान पर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “लोग आमतौर पर मरने के बाद नरक में जाते हैं, पर मौर्य जीते जी नरक का रास्ता खुद बना रहे हैं।”
उन्होंने तिगरी गंगा कार्तिक मेले में यशवीर महाराज के ‘जेहादियों की दुकानों के बहिष्कार’ वाले बयान पर कहा कि जो व्यक्ति गंगा स्नान करता है और श्रद्धा से दर्शन करता है, वह भी सनातन परंपरा का हिस्सा बन जाता है।
मुस्लिम समाज और भाजपा पर बयान
मायावती द्वारा मुस्लिम वोटरों से भाजपा को हराने के लिए बसपा को वोट देने की अपील पर प्रतिक्रिया देते हुए आचार्य प्रमोद ने कहा कि अब मुसलमानों को भाजपा का साथ देना चाहिए। उन्होंने कहा, “मुसलमानों को सबसे ज्यादा नुकसान कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और बसपा की राजनीति ने ही पहुंचाया है। भाजपा ने कभी उनके खिलाफ कोई भेदभाव नहीं किया।” उन्होंने जोड़ा कि मोदी सरकार की किसी योजना में ऐसा नहीं लिखा गया कि मुसलमानों को उसका लाभ नहीं मिलेगा।
बिहार चुनाव को लेकर दावा
अंत में उन्होंने दावा किया कि बिहार में भी हरियाणा और महाराष्ट्र की तरह एनडीए की सरकार बनने जा रही है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री का फैसला विधायक दल करेगा और जनता अब विकास और स्थिरता की राजनीति को प्राथमिकता दे रही है।














