
सोलापुर में हाल ही में आयोजित हिंदू जन आक्रोश मोर्चा कार्यक्रम में एनसीपी (अजित पवार गुट) के विधायक संग्राम जगताप के बयान ने राजनीतिक हलकों में हड़कंप मचा दिया। जगताप ने कहा कि खरीदारी करते समय हमारा पैसा, हमारी खरीदारी और हमारा मुनाफा केवल हिंदू व्यक्ति तक ही सीमित होना चाहिए। उन्होंने दिवाली के त्योहार पर लोगों से अपील की कि वे सिर्फ हिंदू व्यापारियों से ही खरीदारी करें।
इस बयान के बाद विपक्षी दलों और समाज के कई वर्गों में तीखी प्रतिक्रिया देखने को मिली। AIMIM के प्रदेश अध्यक्ष और सांसद इम्तियाज जलील ने जगताप के बयान की आलोचना की, हालांकि जब उनसे और टिप्पणी मांगी गई, तो उन्होंने इस पर कोई जवाब देने से इंकार कर दिया। राजनीतिक विशेषज्ञों का कहना है कि त्योहार के समय ऐसे बयान सामाजिक सौहार्द और साम्प्रदायिक शांति को प्रभावित कर सकते हैं।
अजित पवार की नाराजगी
जगताप के इस विवादित बयान पर राजनीतिक पारा और चढ़ गया है। डिप्टी मुख्यमंत्री अजित पवार ने इसे पार्टी की विचारधारा के खिलाफ बताते हुए कड़ी नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि पार्टी ने पहले भी जगताप को ऐसे बयानों के प्रति समझाया था, लेकिन कोई सुधार नहीं हुआ। पवार ने स्पष्ट किया कि पार्टी जगताप के विचारों से सहमत नहीं है और उनके खिलाफ कारण बताओ नोटिस जारी किया जाएगा।
अजित पवार ने कहा:
“पार्टी की नीतियां और विचारधारा सभी के लिए स्पष्ट हैं। यदि कोई सांसद, विधायक या पार्टी का जिम्मेदार पदाधिकारी इन नीतियों से हटकर कोई बयान देता है, तो यह पार्टी के लिए अस्वीकार्य है। जब अरुणकाका जगताप जीवित थे, तब सब कुछ नियंत्रित था। अब संग्राम जगताप को जिम्मेदारी से बोलना और अपने व्यवहार को नियंत्रित करना चाहिए। उन्हें पहले भी इस तरह के बयानों पर समझाया गया था और सुधार का आश्वासन भी दिया गया था, लेकिन अभी तक कोई सुधार नजर नहीं आया है।”
राजनीति में बढ़ रहा विवाद
डिप्टी सीएम के नोटिस की चेतावनी के बाद संग्राम जगताप की पार्टी-विरोधी और ‘हिंदुत्ववादी’ भूमिका राज्य की राजनीति में चर्चा का प्रमुख विषय बन गई है। हाल ही में जगताप बीजेपी के मंत्री नितेश राणे और विधायक गोपीचंद पडलकर के साथ विभिन्न हिंदू जन आक्रोश मोर्चों में सक्रिय रूप से भाग ले रहे हैं और वहां तीखे ‘हिंदुत्ववादी’ भाषण दे रहे हैं।
जगताप पर पहले भी मिली थी धमकी
संग्राम जगताप को इस साल जुलाई में जान से मारने की धमकी भी मिली थी। उनके निजी सहायक सुहास शिरसाठ के मोबाइल पर एक धमकी भरा संदेश आया था, जिसमें लिखा गया था, “संग्राम को दो दिन के अंदर खत्म कर दूंगा।”
इस मामले में कोतवाली पुलिस ने अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया था, जिससे इलाके में हड़कंप मच गया।














