
मुंबई के पवई इलाके में गुरुवार को हुए सनसनीखेज स्टूडियो कांड का अंत आरोपी की मौत के साथ हो गया। 17 बच्चों को बंधक बनाने वाले रोहित आर्या की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। पुलिस के अनुसार, आर्या ने पहले पुलिस पर गोली चलाई थी, जिसके जवाब में पुलिस को भी फायरिंग करनी पड़ी। इस दौरान वह गंभीर रूप से घायल हो गया और उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे बचाने की कोशिश की, लेकिन अंततः उसने दम तोड़ दिया।
एक घंटे तक चला हाई-वोल्टेज ड्रामा
यह घटना गुरुवार दोपहर एलएंडटी बिल्डिंग के पास स्थित आर ए (RA) स्टूडियो में हुई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, करीब एक घंटे से अधिक समय तक पूरा इलाका तनावपूर्ण माहौल में रहा। बताया गया कि लगभग 15 वर्षीय लड़के और लड़कियों को “वेब सीरीज के ऑडिशन” के नाम पर स्टूडियो में बुलाया गया था। बाद में पता चला कि उन बच्चों को कमरे में बंद कर लिया गया था।
इस बीच, रोहित आर्या ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी किया जिसमें उसने कहा कि उसे “कुछ लोगों से बातचीत करनी है” और वह किसी आर्थिक लाभ या फिरौती की मांग नहीं कर रहा। उसने यह भी धमकी दी कि अगर उसकी बात नहीं सुनी गई तो वह स्टूडियो में आग लगा देगा और खुद को तथा बच्चों को नुकसान पहुंचा देगा।
𝕄𝕌𝕄𝔹𝔸𝕀 | Mumbai Hostage Crisis: Man Holding Children at Powai Studio Arrested | A dramatic incident unfolded in Mumbai`s Powai area when Rohit Arya, a mentally ill man, took around 17 children, one senior citizen, and a civilian hostage at RA Studio. The children were at… pic.twitter.com/STP7nAmdT7
— ℝ𝕒𝕛 𝕄𝕒𝕛𝕚 (@Rajmajiofficial) October 30, 2025
पुलिस को दोपहर में मिला कॉल
पवई पुलिस को इस घटना की जानकारी 30 अक्टूबर की दोपहर करीब 1:45 बजे मिली। सूचना मिलते ही कई पुलिस टीमें मौके पर पहुंचीं और पूरे इलाके को घेर लिया गया। स्टूडियो के अंदर से धुआं और हलचल देखने के बाद पुलिस ने एहतियात के तौर पर विशेष बचाव अभियान शुरू किया।
जब पुलिस ने बच्चों को सुरक्षित निकालने की कोशिश की, तभी आर्या ने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी गोली चलाई, जिससे आरोपी घायल हो गया। मौके से कुछ केमिकल पदार्थ, एयर गन और अन्य संदिग्ध सामान बरामद हुए हैं।
बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाला गया
मुंबई पुलिस ने बताया कि ऑपरेशन बेहद चुनौतीपूर्ण था क्योंकि घटना दिनदहाड़े हुई थी और सभी बच्चे एक छोटे कमरे में कैद थे। जब बच्चों ने खिड़की से बाहर झांकना शुरू किया, तभी आसपास के लोगों ने शोर मचाया और पुलिस को खबर दी।
पुलिस के त्वरित हस्तक्षेप के चलते सभी बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाला गया और उन्हें तुरंत उनके अभिभावकों के सुपुर्द कर दिया गया। घटना स्थल पर बच्चों के परिवारजन भी बड़ी संख्या में पहुंचे थे और उन्होंने पुलिस से लगातार गुहार लगाई कि किसी भी कीमत पर उनके बच्चे सुरक्षित निकाले जाएं।
पुलिस का बयान
मुंबई पुलिस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया — “रोहित आर्या नामक व्यक्ति ने कुछ बच्चों को बंधक बना लिया था। पुलिस की कार्रवाई के दौरान वह घायल हुआ और अस्पताल में उसकी मौत हो गई। सभी बच्चे पूरी तरह सुरक्षित हैं और मामले की जांच जारी है।”
पुलिस अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि आरोपी ने यह खतरनाक कदम क्यों उठाया और क्या इस घटना के पीछे कोई मानसिक या व्यक्तिगत कारण था। साथ ही, जांच यह भी की जा रही है कि जिस ‘ऑडिशन’ के नाम पर बच्चों को बुलाया गया था, उसमें शामिल आयोजक या स्टूडियो प्रबंधन की कोई भूमिका थी या नहीं।
जांच के घेरे में स्टूडियो प्रबंधन
प्राथमिक जांच में पता चला है कि RA स्टूडियो में पिछले कुछ दिनों से ऑडिशन चल रहे थे और बड़ी संख्या में बच्चे रोज वहां पहुंच रहे थे। पुलिस अब यह भी खंगाल रही है कि क्या इस ऑडिशन के लिए आवश्यक सुरक्षा और अनुमतियाँ ली गई थीं या नहीं।
इस पूरे मामले ने शहर में ऑडिशन एजेंसियों और स्टूडियो की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस ने नागरिकों और अभिभावकों से अपील की है कि वे अपने बच्चों को किसी भी संदिग्ध ऑडिशन या बिना सत्यापन वाले आयोजनों में भेजने से पहले पूरी जानकारी अवश्य लें।














