
मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर गुरुवार को कस्टम विभाग ने एक बड़ी और चौंकाने वाली कार्रवाई को अंजाम दिया। जांच के दौरान बैंकॉक से आए एक विदेशी यात्री के ट्रॉली बैग में दो दुर्लभ सिलवरी गिबन (Silver Gibbon) छिपे मिले। इस अनोखी बरामदगी ने अधिकारियों को भी हैरान कर दिया। फिलहाल यात्री को गिरफ्तार कर पूछताछ की जा रही है।
गुप्त सूचना पर हुई बड़ी कार्रवाई
कस्टम विभाग को पहले से मिली गुप्त जानकारी के आधार पर यह ऑपरेशन चलाया गया। अधिकारियों ने जब यात्री का सामान एक्स-रे स्कैनर से जांचा, तो संदिग्ध चीज़ें नज़र आईं। बाद में जब बैग को खोला गया, तो अंदर एक टोकरी में दो छोटे गिबन बंद थे। इनमें से एक की मौत हो चुकी थी, जबकि दूसरा जीवित पाया गया। दोनों को तुरंत पशु कल्याण अधिकारियों के सुपुर्द कर दिया गया।
आरोपी से जुड़ी चौंकाने वाली जानकारियां
जांच में खुलासा हुआ है कि आरोपी यात्री पहले मलेशिया गया था और वहां से बैंकॉक पहुंचा। बैंकॉक में ही एक अंतरराष्ट्रीय वन्यजीव तस्करी सिंडिकेट के सदस्य ने उसे यह बैग सौंपा था, जिसे भारत लाकर किसी व्यक्ति को सौंपना था। अधिकारियों का मानना है कि यह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सक्रिय अवैध वन्यजीव व्यापार नेटवर्क का हिस्सा हो सकता है।
कस्टम अधिकारी ने दी जानकारी
कस्टम विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, “हमें गुप्त सूचना मिली थी कि बैंकॉक से आने वाले एक यात्री के पास अवैध जीव हो सकते हैं। जब उसकी तलाशी ली गई, तो उसके बैग में दो गिबन मिले — एक लगभग दो महीने का और दूसरा करीब चार महीने का। यात्री को तुरंत हिरासत में लेकर सीमा शुल्क अधिनियम, 1962 और वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 के तहत गिरफ्तार कर लिया गया है।”
दुर्लभ प्रजाति के संरक्षण पर चिंता
सिलवरी गिबन दक्षिण पूर्व एशिया का एक दुर्लभ वानर है, जो मुख्य रूप से इंडोनेशिया के जावा द्वीप पर पाया जाता है। यह अपनी चमकदार चांदी जैसे रंग के फर और लंबी भुजाओं के कारण आसानी से पहचाना जाता है। इसकी नीली-भूरी आंखें इसे और भी आकर्षक बनाती हैं। अंतरराष्ट्रीय प्रकृति संरक्षण संगठन (IUCN) ने इसे लुप्तप्राय प्रजाति के रूप में सूचीबद्ध किया है, क्योंकि अब जंगलों में इनकी संख्या 2,500 से भी कम रह गई है।
जांच जारी, बढ़ेगी निगरानी
कस्टम विभाग और वन्यजीव संरक्षण अधिकारी इस मामले को बेहद गंभीरता से देख रहे हैं। माना जा रहा है कि यह अंतरराष्ट्रीय वन्यजीव तस्करी के एक बड़े रैकेट से जुड़ा मामला हो सकता है। फिलहाल यात्री से पूछताछ जारी है और यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि भारत में इन गिबन को किसे सौंपा जाना था।














