
बॉलीवुड एक्ट्रेस काजोल एक बार फिर विवादों के घेरे में हैं, और इस बार वजह बनी उनकी भाषा को लेकर की गई टिप्पणी। हाल ही में मुंबई में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान काजोल ने जब हिंदी में बोलने से इनकार किया, तो इस बयान ने कई हलकों में चर्चा और नाराज़गी को जन्म दे दिया। इस बयान को लेकर न सिर्फ सोशल मीडिया पर बहस शुरू हो गई, बल्कि राज ठाकरे की महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) ने भी इस मामले को हवा देने में देर नहीं लगाई।
काजोल के वीडियो को मनसे ने बनाया हथियार
कार्यक्रम में काजोल ज्यादातर मराठी में संवाद कर रही थीं, और कुछ बातें उन्होंने अंग्रेज़ी में भी कहीं। लेकिन जैसे ही एक पत्रकार ने उनसे हिंदी में प्रतिक्रिया देने को कहा, काजोल ने चौंकाने वाला जवाब देते हुए कहा, "अब मैं हिंदी में बोलूं? जिसे समझना है, समझ लेगा।" उनके इस लहजे और अंदाज़ ने लोगों को हैरान कर दिया। इसी प्रतिक्रिया को लेकर मनसे ने तुरंत प्रतिक्रिया दी।
मनसे के आधिकारिक X (पूर्व में ट्विटर) अकाउंट पर काजोल के वीडियो को पोस्ट किया गया, जिसमें लिखा गया, “काजोल ने हिंदी में बोलने से इनकार कर दिया।” यह वही मनसे है जो अक्सर गैर-मराठी भाषाओं के प्रयोग पर आक्रामक रुख अपनाती रही है और हिंदी के जबरन थोपे जाने का विरोध करती है। लेकिन इस बार उन्होंने हिंदी न बोलने को एक राजनीतिक स्टैंड के तौर पर पेश किया।
मराठी प्रेम या पब्लिक स्टंट?
कुछ लोगों ने काजोल के मराठी में बोलने की तारीफ भी की। एक यूज़र ने एक्स पर लिखा, "महाराष्ट्र राज्य फिल्म पुरस्कार में काजोल को सम्मानित किया गया। उन्होंने मराठी में भाषण देकर राज्य की सांस्कृतिक पहचान का सम्मान किया।" काजोल के समर्थन में यह भी कहा गया कि उन्होंने भाषाई विविधता को अपनाकर एक सकारात्मक संदेश देने की कोशिश की।
"हिंदी बोलने में शर्म कैसी?" — ट्रोल्स का गुस्सा फूटा
जहां कुछ लोग काजोल के मराठी में बोलने को उनकी जड़ों से जुड़ाव मान रहे हैं, वहीं बड़ी तादाद में नेटिज़न्स ने उनकी टिप्पणी को अपमानजनक माना। कई यूज़र्स ने काजोल की मंशा पर सवाल उठाए और बॉलीवुड में काम करने के बावजूद हिंदी को लेकर उनकी उदासीनता पर नाराज़गी ज़ाहिर की। एक यूजर ने तीखा तंज कसते हुए लिखा, "अगर हिंदी में बोलने में शर्म आती है तो बॉलीवुड से बाहर हो जाओ।" वहीं एक अन्य ने कहा, "हिंदी से हीरोइन बनी, अब मराठी बोलकर नेता बनने की तैयारी कर रही है। दोगलापन साफ नज़र आता है।"
ऐसे समय में उठा विवाद जब 'सन ऑफ सरदार 2' चर्चा में है
इस पूरे घटनाक्रम की टाइमिंग भी दिलचस्प है, क्योंकि काजोल के पति अजय देवगन की हाल ही में 'सन ऑफ सरदार 2' रिलीज़ हुई है। इस फिल्म के प्रमोशनल इवेंट में भाषा विवाद को लेकर जब अजय देवगन से सवाल पूछा गया, तो उन्होंने फिल्मी अंदाज़ में कहा: "आता माझी सटकली!" यानी, अब मेरी भी सहनशक्ति जवाब दे रही है।
भाषा से भावनाएं जुड़ी होती हैं, राजनीति नहीं
काजोल का यह बयान निश्चित रूप से कई लोगों की भावनाओं को आहत कर गया है, लेकिन साथ ही इसने यह भी दिखाया कि कैसे भाषाओं का मुद्दा राजनीति और पब्लिक इमेज का हथियार बनता जा रहा है। काजोल के फैंस जहां उनकी मराठी स्पीच को उनका व्यक्तित्व मानते हैं, वहीं आलोचक इसे अहंकार और असंवेदनशीलता का प्रतीक बता रहे हैं।














