
महाराष्ट्र में स्थानीय निकाय चुनावों में भारतीय जनता पार्टी के मजबूत प्रदर्शन के बाद मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने पार्टी नेताओं के लिए स्पष्ट दिशा-निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने दो टूक कहा कि सार्वजनिक मंचों पर या बयानबाज़ी के दौरान अपने ही सहयोगी दलों को निशाने पर लेने से हर हाल में बचा जाए। फडणवीस ने जोर देकर कहा कि गठबंधन की मजबूती अनुशासन और संयम से ही कायम रह सकती है।
गौरतलब है कि निकाय चुनावों में बीजेपी के साथ महायुति में शामिल एकनाथ शिंदे की शिवसेना और अजित पवार की एनसीपी भी मैदान में थीं। चुनावी मुकाबलों के दौरान भले ही ये दल अलग-अलग उम्मीदवारों के साथ उतरे हों, लेकिन राज्य स्तर पर तीनों एक ही गठबंधन का हिस्सा हैं। इसी पृष्ठभूमि में मुख्यमंत्री ने बीजेपी नेताओं को आगाह किया कि आपसी बयानबाज़ी से गठबंधन की छवि को नुकसान पहुंच सकता है।
कोर टीम के साथ मंथन
चुनाव नतीजों के बाद मुख्यमंत्री फडणवीस ने अपने सरकारी आवास पर बीजेपी की कोर टीम की एक अहम बैठक बुलाई। बैठक में पार्टी के प्रदर्शन की विस्तार से समीक्षा की गई। जहां एक ओर बीजेपी ने कई स्थानों पर बढ़त बनाकर शानदार नतीजे हासिल किए, वहीं कुछ सीटों पर पार्टी को अपेक्षा के अनुरूप सफलता नहीं मिल सकी। इन्हीं पहलुओं को ध्यान में रखते हुए आगे की रणनीति पर चर्चा की गई।
बैठक के दौरान फडणवीस ने कहा कि निकाय चुनावों में बीजेपी का प्रदर्शन अच्छा रहा है, लेकिन इसमें और सुधार की गुंजाइश बनी हुई है। उन्होंने साफ शब्दों में निर्देश दिया कि भविष्य के चुनाव प्रचार में कोई भी नेता या कार्यकर्ता गठबंधन सहयोगियों के खिलाफ तीखी टिप्पणी न करे। उनके अनुसार, समन्वय और सकारात्मक संवाद ही जीत की सबसे बड़ी कुंजी है।
‘यह तो बस शुरुआत है’
मुख्यमंत्री फडणवीस ने यह भी कहा कि निकाय चुनावों में महायुति को मिली सफलता आने वाले बड़े चुनावों का संकेत मात्र है। उनके शब्दों में, “स्थानीय निकाय चुनावों में मिली जीत आगामी महानगरपालिका चुनावों के लिए सिर्फ एक ट्रेलर है, असली परीक्षा अभी बाकी है।”
BMC चुनाव पर टिकी निगाहें
आंकड़ों की बात करें तो महायुति की तीनों पार्टियों ने अब तक निकाय चुनावों में 288 सीटों पर जीत दर्ज कर ली है, जबकि महाविकास अघाड़ी (MVA) महज 44 सीटों पर सिमटकर रह गई है। इस मजबूत बढ़त के बाद राजनीतिक हलकों में उत्साह का माहौल है। अब सभी की निगाहें 15 जनवरी को होने वाले बृहन्मुंबई महानगरपालिका (BMC) चुनाव पर टिकी हैं, जिसके नतीजे 16 जनवरी को घोषित किए जाएंगे। इन नतीजों को महाराष्ट्र की राजनीति की दिशा तय करने वाला माना जा रहा है।












