
इंदौर के एक अस्पताल में हाल ही में ऐसा दुर्लभ मामला सामने आया जिसने सभी को चौंका दिया। यहां एक महिला ने ऐसे जुड़वां बच्चों को जन्म दिया जिनके दो सिर हैं लेकिन शरीर एक ही है। यह विचित्र जन्म चिकित्सकों के लिए भी हैरत का विषय बन गया है।
मां की नियमित जांचों के बावजूद नहीं चला पता
डॉक्टर्स का कहना है कि महिला की प्रेग्नेंसी के दौरान नियमित अल्ट्रासाउंड और जांच होती रही, इसके बावजूद पेट में पल रहे ऐसे विशेष शिशुओं का पहले पता न चल पाना आश्चर्यजनक है। महिला को लेबर पेन होने पर देवास से इंदौर स्थित एमटीएच अस्पताल रेफर किया गया था। वहां उन्हें इमरजेंसी में भर्ती किया गया और स्थिति को देखते हुए डॉक्टरों ने सर्जरी से डिलीवरी का निर्णय लिया।
ऑपरेशन के दौरान हुआ चौंकाने वाला खुलासा
जैसे ही ऑपरेशन के दौरान नवजात बाहर आया, मेडिकल टीम आश्चर्य में पड़ गई। नवजात के दो सिर थे लेकिन बाकी पूरा शरीर एक ही था। डॉक्टरों ने बताया कि यह एक जटिल स्थिति थी और उन्हें वरिष्ठ अधिकारियों को तुरंत सूचना देनी पड़ी। डॉक्टर अनुपमा ने बताया कि महिला की उम्र 22 वर्ष है और वह वीर सिंह भिलाला की पत्नी हैं।
नवजात को NICU में रखा गया ऑब्जर्वेशन पर
वर्तमान में दोनों सिर वाले इस नवजात को अस्पताल के नवजात गहन चिकित्सा कक्ष (NICU) में निगरानी में रखा गया है। डॉक्टरों की एक टीम लगातार उनकी स्थिति पर नजर बनाए हुए है। फिलहाल बच्चे की हालत स्थिर बताई जा रही है।
चिकित्सकीय दृष्टिकोण से दुर्लभ मामला
अस्पताल प्रबंधन के अनुसार यह मामला चिकित्सा विज्ञान में अत्यंत दुर्लभ माना जाता है। डॉक्टरों का यह भी कहना है कि ऐसी स्थिति को डाइसिफैलस पैरापैगस कहा जाता है, जिसमें जुड़वां शिशु सिर से अलग लेकिन बाकी शरीर से जुड़े होते हैं। भविष्य में इनकी स्थिति कैसी रहेगी, यह कहना अभी जल्दबाजी होगी, इसलिए बच्चे को निरंतर ऑब्जर्वेशन में रखा गया है।














