
मध्यप्रदेश के सतना जिले के ट्रांसपोर्ट नगर में सोमवार को एक बेहद दर्दनाक घटना सामने आई, जिसने सभी को हिलाकर रख दिया। यहां 26 वर्षीय फाइनेंस मैनेजर ने निजी रिश्तों में मिले धोखे से टूटकर अपने ऑफिस के बंद केबिन में आत्महत्या कर ली। मृतक का नाम शिवमोहन सिंह है, जो रीवा के सगरा देवतालाब क्षेत्र का रहने वाला था। पुलिस को मौके पर एक लंबा और बेहद भावुक सुसाइड नोट भी मिला, जिसमें उसने अपने पिता से माफी मांगते हुए अपनी गर्लफ्रेंड पर भावनात्मक धोखा देने का गंभीर आरोप लगाया है। उसकी आखिरी इच्छा ने परिजनों और जांच अधिकारियों दोनों को गहराई से झकझोर दिया।
"सॉरी पापा… उसने मेरे दिल से खेला!"
शिवमोहन द्वारा छोड़े गए सुसाइड नोट में उसकी भावनात्मक पीड़ा साफ झलकती है। उसने लिखा— "सॉरी पापा… मैं अपनी इच्छा से जान दे रहा हूं। लेकिन वजह एक लड़की है… उसने मेरी फीलिंग्स के साथ बहुत बड़ा खिलवाड़ किया। उसके कारण दिमाग काम नहीं कर रहा। आप अच्छे हो, लेकिन मैं आपका अच्छा बेटा नहीं बन पाया। अकेलापन इतना बढ़ गया कि मैंने शराब का सहारा ले लिया। यहां भरोसा करो तो वही इंसान चोट देता है…"
पत्नी की नई शुरुआत की अंतिम इच्छा
नोट में शिवमोहन ने अपनी पत्नी का भी ज़िक्र किया और बेहद चौंकाने वाली इच्छा व्यक्त करते हुए लिखा—
"स्वाती (पत्नी) की दूसरी शादी करवा देना… वह खुश रहे।"
इसके अलावा उसने अपने पिता से अनुरोध किया कि
"गोलू की स्कूटी छुड़वा देना, वह मैंने गिरवी रख दी है।"
साथ ही उसने मरने के बाद अपने सभी अंग दान करने की बात भी लिखी, ताकि किसी ज़रूरतमंद की जिंदगी बच सके।
लॉक्ड केबिन में मिला शव
घटना की जानकारी के अनुसार, सोमवार दोपहर करीब 2 बजे शिवमोहन अपने कामकाजी केबिन में गया था और भीतर से कुंडी लगा ली थी। शाम 7 बजे तक जब वह बाहर नहीं आया और फोन भी स्विच ऑफ मिला, तो कर्मचारियों को शक हुआ। उन्होंने उसके पास ही रहने वाले मामा को बुलाया। दरवाजा तोड़ते ही सभी के होश उड़ गए— शिवमोहन मफलर के सहारे फंदे से झूलता मिला।
पुलिस जांच तेज, सुसाइड नोट में ज़िक्र की गई लड़की की तलाश
सूचना मिलने पर कोलगवां पुलिस मौके पर पहुंची और शव को नीचे उतारकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। प्रारंभिक कार्रवाई के तौर पर मर्ग कायम कर लिया गया है। सुसाइड नोट में जिस लड़की का उल्लेख है, पुलिस अब उसके बारे में विवरण इकट्ठा कर रही है—
उसका मृतक से क्या संबंध था
कौन-सी परिस्थितियाँ इस चरम कदम तक ले आईं
क्या किसी प्रकार का मानसिक उत्पीड़न था
इन सभी बिंदुओं की जांच जारी है।














