इंदौर के बहुचर्चित राजा रघुवंशी हत्याकांड मामले में शिलॉन्ग पुलिस ने टैक्सी ड्राइवर पीयूष से करीब एक घंटे तक गंभीरता से पूछताछ की। इस मामले की जांच में हर कड़ी जोड़ने की कोशिश की जा रही है। पूछताछ के बाद पीयूष ने कहा, "जिन सवालों का जवाब अधिकारियों को चाहिए था, वो मैंने ईमानदारी से दे दिए हैं।"
दरअसल, इस हत्याकांड के बाद सोनम, जो अब इस केस की मुख्य आरोपी है, पति की हत्या के तुरंत बाद मध्य प्रदेश वापस लौट आई थी और छुपकर जिंदगी जी रही थी। लेकिन जैसे-जैसे पुलिस की जांच तेज होती गई, उसका मन बेचैन होता गया। इसी डर के चलते वो इंदौर से निकलकर यूपी के गाजीपुर पहुंच गई। इस पूरे सफर में पीयूष वही शख्स था, जो उसे कार में देवास नाका स्थित फ्लैट से लेकर गाजीपुर तक गया। साथ में एक और ड्राइवर, मोहित भी था। पुलिस के अनुसार, तब सोनम ने अपनी पहचान छुपाने के लिए बुर्का पहन रखा था।
एक हजार किलोमीटर का सफर… बिना कुछ खाए, बस खामोशी और सिहरन
इंदौर से गाजीपुर की दूरी करीब 1000 किलोमीटर है। सूत्र बताते हैं कि इस लंबे सफर में सोनम ने एक बार भी कुछ खाया नहीं। ये खामोशी सिर्फ भूख की नहीं, किसी गहरे अपराधबोध की प्रतीक लगती है। रास्ते भर वह चुप रही, लेकिन कुछ मौकों पर कार रुकवाई और बाहर जाकर फोन पर बात की। आखिर में गाजीपुर बाइपास पर उतरकर, वो टैक्सी से दूर चली गई… जैसे किसी कहानी का एक अध्याय वहीं थम गया हो।
इस समय सोनम और उसका कथित बॉयफ्रेंड राज कुशवाहा शिलॉन्ग पुलिस की हिरासत में हैं। जांच में जो कड़ियां जुड़ रही हैं, वे बेहद चौंकाने वाली और दिल दहला देने वाली हैं।
शादी, हनीमून और फिर हत्या
बात 11 मई की है, जब इंदौर में सोनम और राजा की शादी पूरे धूमधाम से हुई थी। हर कोई खुश था। 20 मई को दोनों हनीमून मनाने के लिए मेघालय रवाना हुए। लेकिन 23 मई को अचानक दोनों लापता हो गए। परिवार परेशान था और पुलिस को सुराग नहीं मिल रहा था। फिर 2 जून को सोहरा इलाके के एक खूबसूरत झरने के पास राजा का क्षत-विक्षत शव मिला — एक हनीमून ट्रिप की भयानक परिणति।
पैसों में नहीं, नफरत में दी थी हत्या की सुपारी
इसके बाद सोनम की तलाश तेज हो गई। पुलिस को शक हुआ कि ये कोई सामान्य दुर्घटना नहीं, बल्कि साजिश हो सकती है। जांच के बाद पुलिस ने सोनम के कथित प्रेमी राज कुशवाहा समेत तीन और आरोपियों को गिरफ्तार किया। पुलिस का दावा है कि सोनम और राज ने मिलकर तीन अपराधियों को राजा की हत्या की सुपारी दी और उन तीनों ने सोनम के सामने ही राजा पर हमला किया।
छुपने से नहीं बची साजिश
हत्या के बाद सोनम शिलॉन्ग से भाग गई और इंदौर आ गई, जहां उसने अपने परिवार से दूर, राज की मदद से किराए पर घर लिया। लेकिन मन में छुपा डर उसे बाहर आने से रोक नहीं सका। 8-9 जून की रात, उसने गाजीपुर के एक ढाबे से घर वालों को कॉल की और फिर पुलिस को सूचना दी गई।
पूछताछ में राज और सोनम ने हत्या की साजिश की बात कबूल कर ली है। अब ये केस न सिर्फ एक हत्या की कहानी है, बल्कि उस विश्वासघात की तस्वीर भी है, जो एक नई दुल्हन ने अपने पति के साथ किया।