
कर्नाटक के मंड्या ज़िले के मड्डूर में बुधवार को हुए गणेश विसर्जन जुलूस के दौरान कथित रूप से भड़काऊ भाषण देने पर भाजपा के एमएलसी सीटी रवि के खिलाफ पुलिस ने स्वत: संज्ञान लेकर मामला दर्ज किया है। आरोप है कि उन्होंने अपने भाषण में मुस्लिम समुदाय के खिलाफ टिप्पणी की, जिससे साम्प्रदायिक सौहार्द बिगड़ने की आशंका बनी। उनके खिलाफ BNSS अधिनियम की धारा 176 के तहत मामला दर्ज हुआ है।
यह जुलूस दरअसल 7 सितंबर को मड्डूर में गणेश विसर्जन के दौरान हुए पत्थरबाज़ी की घटना के विरोध और शक्ति प्रदर्शन के तौर पर भाजपा ने आयोजित किया था। बुधवार को सजाए गए विशालकाय गणेश प्रतिमा को सजे-धजे खुले ट्रक पर रखकर मड्डूर कस्बे के मुख्य मार्गों से निकाला गया।
इस रैली में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बीवाई विजयेन्द्र, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष आर. अशोक, विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष चलावाड़ी नारायणस्वामी, कई विधायक, पूर्व मंत्री, हिंदुत्व संगठन के कार्यकर्ता और बड़ी संख्या में पार्टी समर्थक शामिल हुए। यह जुलूस मड्डूर की उसी पीट स्ट्रीट से होकर गुज़रा, जहां रविवार को पत्थरबाज़ी हुई थी।
रैली को संबोधित करते हुए बीवाई विजयेन्द्र ने इस घटना पर न्यायिक जांच की मांग की और पुलिस पर लापरवाही के आरोप लगाए। उन्होंने मांड्या के प्रभारी मंत्री एन. चेलुवरायस्वामी की टिप्पणियों को “आपत्तिजनक” बताते हुए कड़ी प्रतिक्रिया दी और मुख्यमंत्री के इस बयान पर भी सवाल उठाया कि भाजपा साम्प्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश कर रही है।
विजयेन्द्र ने आरोप लगाया, “जब मस्जिद के अंदर पत्थर जमा किए जा रहे थे और साज़िश रची जा रही थी, तब कार्रवाई क्यों नहीं हुई? अब हिंदुओं को निशाना बनाया जा रहा है। चाहे मुख्यमंत्री इसे राजनीति कहें या कुछ और, हम अपना कर्तव्य निभाएंगे।” उन्होंने सरकार से मांग की कि ऐसे “राष्ट्रविरोधी तत्वों” के खिलाफ गुंडा एक्ट लगाया जाए।
रैली में आर. अशोक ने मड्डूर की हिंसा के लिए कांग्रेस सरकार की वोट बैंक राजनीति को ज़िम्मेदार ठहराया और इसे साम्प्रदायिक अशांति करार दिया। उन्होंने मुख्यमंत्री और गृहमंत्री से मड्डूर आकर हालात का जायज़ा लेने की मांग भी की।
भाजपा नेताओं ने कार्यकर्ताओं और हिंदू संगठनों से डरने की बजाय शांतिपूर्ण ढंग से आगे बढ़ने की अपील की। यह जुलूस शिम्शा नदी (कावेरी की सहायक नदी) में अनेक गणेश प्रतिमाओं के विसर्जन के साथ संपन्न हुआ।














