भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने कर्नाटक में बड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए अपने दो विधायकों एस टी सोमशेखर और ए शिवराम हेब्बार को पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते छह वर्षों के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया है। यह कदम पार्टी अनुशासन के उल्लंघन को लेकर सख्ती का संकेत माना जा रहा है।
न्यूज़ एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, कर्नाटक बीजेपी अध्यक्ष बी वाई विजयेंद्र ने इस निष्कासन की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह कार्रवाई दोनों विधायकों की कथित पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण की गई है। उन्होंने यह भी कहा कि यह निर्णय पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व द्वारा गंभीर विचार-विमर्श के बाद लिया गया है।
एस टी सोमशेखर कर्नाटक विधानसभा में यशवंतपुर सीट से विधायक हैं, जबकि ए शिवराम हेब्बार येल्लापुर सीट का प्रतिनिधित्व करते हैं। दोनों विधायक पहले कांग्रेस पार्टी से जुड़े थे, लेकिन 2019 में 'ऑपरेशन लोटस' के दौरान इस्तीफा देकर बीजेपी में शामिल हुए थे और बाद में दोनों को मंत्री भी बनाया गया था।
बीजेपी की केंद्रीय अनुशासन समिति के सदस्य सचिव ओम पाठक ने हेब्बार को एक आधिकारिक चिट्ठी भेजी है, जिसमें कहा गया है कि उन्हें पार्टी अनुशासन के बार-बार उल्लंघन के चलते निष्कासित किया जा रहा है। पत्र में उल्लेख किया गया है कि "पार्टी की केंद्रीय अनुशासन समिति ने 25 मार्च 2025 को जारी कारण बताओ नोटिस पर आपके उत्तर की समीक्षा की और इसे असंतोषजनक पाया। आपके बार-बार पार्टी अनुशासन के उल्लंघन को गंभीरता से लेते हुए आपको तत्काल प्रभाव से छह साल के लिए पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित किया जाता है।"
पार्टी ने यह भी साफ किया है कि इन दोनों नेताओं को अब किसी भी पार्टी पद से हटा दिया गया है। इससे पहले मार्च 2025 में ही बीजेपी ने अपने वरिष्ठ विधायक बसंगौड़ा पाटिल यतनाल को भी अनुशासनहीनता के चलते छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित किया था।
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि इन नेताओं की आगे की राजनीतिक रणनीति क्या होती है, और क्या ये दोबारा कांग्रेस में वापसी करते हैं या कोई नया राजनीतिक कदम उठाते हैं।