
स्वतंत्रता दिवस नजदीक आते ही देशभर की सुरक्षा एजेंसियां चौकसी के उच्चतम स्तर पर हैं। इस सतर्क माहौल के बीच, पाकिस्तान की ओर से आतंकी घुसपैठ की कोशिशें तेज हो गई हैं। हालांकि, भारतीय सेना की पैनी निगरानी ने एक बार फिर दुश्मनों के मंसूबों पर पानी फेर दिया। नियंत्रण रेखा (LOC) पर घुसपैठ की एक बड़ी कोशिश को नाकाम कर दिया गया, लेकिन इस ऑपरेशन के दौरान एक बहादुर जवान ने वीरगति प्राप्त की। वर्तमान में सेना का सर्च ऑपरेशन जारी है और पूरे इलाके को घेरकर तलाशी ली जा रही है।
सूत्रों के अनुसार, यह घटना बारामूला जिले के उरी सेक्टर के चिरुंडा गांव के पास हुई। आतंकियों ने रात के अंधेरे का फायदा उठाकर भारतीय सीमा में घुसने का प्रयास किया, मगर सुरक्षाबलों ने समय रहते उन्हें रोक दिया। मुठभेड़ के दौरान गोलियों की तड़तड़ाहट दूर-दूर तक सुनाई दी। सेना ने इलाके की पूरी नाकेबंदी कर दी है ताकि कोई भी आतंकी भागने में सफल न हो।
पिछले सात दिनों में जम्मू-कश्मीर के कई हिस्सों में सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच लगातार मुठभेड़ हुई हैं। स्वतंत्रता दिवस के मद्देनज़र, सुरक्षा एजेंसियां किसी भी स्थिति में ढिलाई नहीं बरत रही हैं।
एक हफ्ते पहले तीन स्थानों पर एनकाउंटर
याद दिला दें कि लगभग एक सप्ताह पूर्व जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़, कठुआ और बारामूला में एक साथ तीन जगह मुठभेड़ हुई थीं। इनमें सबसे अहम सफलता बारामूला के चक टप्पर, क्रेरी पट्टन क्षेत्र में मिली थी, जहां सेना ने चार आतंकियों को ढेर किया था और भारी मात्रा में हथियार-गोला-बारूद बरामद किया था। उस ऑपरेशन में दो जवान शहीद हुए थे और दो अन्य गंभीर रूप से घायल हुए थे।
मौजूदा घटना पिछले एक सप्ताह में दूसरी बड़ी आतंकी चुनौती है, जिसमें सेना के जवानों ने देश की रक्षा करते हुए अपना बलिदान दिया है। इस ताजा मुठभेड़ ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि भारतीय सेना हर मौसम, हर परिस्थिति में देश की सीमाओं को सुरक्षित रखने के लिए पूरी तरह तैयार है।














