पंचकूला में एक परिवार के सात सदस्यों द्वारा एक साथ आत्महत्या करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। इस दर्दनाक घटना का एक चश्मदीद सामने आया है, जिसने दावा किया कि प्रवीण मित्तल ने मरने से पहले उनसे बातचीत की थी और उन्होंने आत्महत्या की वजह भी बताई थी। खबरों के अनुसार, मित्तल परिवार 15-20 करोड़ रुपये के भारी कर्ज के बोझ तले दबा हुआ था।
स्थानीय शख्स हरीश राणा ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया कि प्रवीण मित्तल ने शुरू में उन्हें गुमराह करने की कोशिश की थी। राणा ने कहा, "रात लगभग 10 बजे मेरा भाई टहलने गया था, जब हमारे मालिक ने बताया कि एक अनजान गाड़ी हमारी गाड़ियों के पीछे खड़ी है। हम दोनों गाड़ी देखने गए, उस समय कार में केवल एक शख्स जिंदा था। उसने कहा कि हम सभी आराम कर रहे हैं।"
राणा ने आगे बताया, "हमें शक हुआ और कार के पास फिर गए तो देखा कि सभी ने कार में उल्टी कर दी थी और सभी मर चुके थे। जब हमने जीवित शख्स से सवाल किया, तो उसने बताया कि पूरा परिवार जहर खाकर आत्महत्या कर चुका है। वह भी लगभग 5 मिनट बाद गिर पड़ा। उसने बताया कि परिवार पर कर्ज का दबाव है और कोई भी मदद नहीं कर रहा है। उनके रिश्तेदार करोड़पति हैं, लेकिन मदद के लिए आगे नहीं आए। इसलिए परिवार ने यह कदम उठाया। कुल मिलाकर सात लोग थे।"
परिवार के एक रिश्तेदार संदीप अग्रवाल ने बताया कि मित्तल परिवार लगभग नौ साल पहले पंचकूला छोड़ कर चला गया था। उन्होंने कहा कि परिवार ने फ्लैट, कार और बड्डी में फैक्ट्री समेत सभी संपत्तियां छोड़ दी थीं। उन्होंने यह भी बताया कि परिवार पर करीब 15-20 करोड़ रुपये का कर्ज था और उन्हें धमकियां मिल रही थीं। बताया जाता है कि प्रवीण टैक्सी सेवा चलाते थे।
सेक्टर 27 के एक खाली प्लॉट के सामने कार में प्रवीण मित्तल (42), उनकी पत्नी, तीन बच्चे (एक बेटा और दो बेटियां), और प्रवीण के बुजुर्ग माता-पिता संदिग्ध हालत में सोमवार रात करीब सवा 12 बजे मिले थे।
पंचकूला पुलिस की उपायुक्त हिमाद्री कौशिक ने कहा, "यह प्रथम दृष्टया आत्महत्या का मामला प्रतीत होता है, जांच जारी है।" उन्होंने बताया कि छह लोगों को निजी अस्पताल और एक व्यक्ति को सरकारी अस्पताल ले जाया गया, लेकिन सभी सात की मौत हो चुकी है।
पंचकूला के पुलिस उपायुक्त (अपराध) अमित दहिया ने बताया कि वे मामले की हर पहलू से जांच कर रहे हैं। इलाके के लोगों से पूछताछ की जा रही है और सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले जा रहे हैं।
मृतकों के एक रिश्तेदार ने संवाददाताओं को बताया कि यह परिवार मूल रूप से पंचकूला का निवासी था। वे कुछ साल देहरादून में रहने के बाद हाल ही में वापस शहर लौटे थे।