
हरियाणा की राजनीति में कांग्रेस ने अहम बदलाव किया है। पार्टी ने राव नरेंद्र सिंह को नया प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नियुक्त किया है। इसके साथ ही वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा को विधानसभा में विपक्ष का नेता चुना गया है। यह कदम कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के लगभग 10 महीने बाद उठाया है।
राव नरेंद्र सिंह ने संभाली कमान
उदयभान की जगह अब राव नरेंद्र सिंह हरियाणा कांग्रेस का नेतृत्व करेंगे। संगठनात्मक स्तर पर यह बदलाव कांग्रेस के लिए रणनीतिक रूप से बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है, ताकि आगामी चुनावों से पहले कार्यकर्ताओं में नई ऊर्जा और जोश भरा जा सके।
तीन बार विधायक और मंत्री रह चुके हैं सिंह
राव नरेंद्र सिंह का राजनीतिक अनुभव काफी लंबा रहा है। वे तीन बार विधायक रह चुके हैं—1996 और 2000 में अटेली से तथा 2009 में नारनौल से उन्होंने जीत दर्ज की थी। अपने कार्यकाल के दौरान वे हरियाणा सरकार में मंत्री भी बने और स्वास्थ्य मंत्रालय जैसी अहम जिम्मेदारी संभाली।
Rao Narender Singh appointed as the President of the Haryana Pradesh Congress Committee
— ANI (@ANI) September 29, 2025
Former Haryana CM Bhupinder Singh Hooda appointed as the Leader of the Congress Legislature Party of Haryana. pic.twitter.com/fcMtpGrXmh
हुड्डा को विपक्ष की जिम्मेदारी
वहीं दूसरी ओर भूपेंद्र सिंह हुड्डा, जिन्हें हरियाणा की राजनीति में सबसे मजबूत चेहरों में गिना जाता है, को विधानसभा में विपक्ष का नेता नियुक्त किया गया है। माना जा रहा है कि यह जिम्मेदारी उन्हें उनके अनुभव और राज्य में मजबूत पकड़ के चलते दी गई है।
चुनावी रणनीति की तैयारी
कांग्रेस के इस नये संगठनात्मक फेरबदल को प्रदेश में आने वाले समय में पार्टी की चुनावी रणनीति से जोड़कर देखा जा रहा है। हार के बाद पार्टी कार्यकर्ताओं में जो निराशा थी, उसे दूर करने और विपक्ष की भूमिका को मजबूत बनाने के लिए यह कदम अहम साबित हो सकता है।














