
देश में एक बड़ी आतंकी योजना को धराशायी करते हुए हरियाणा और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने संयुक्त अभियान के तहत बड़ा खुलासा किया है। फरीदाबाद में हुई इस कार्रवाई में संदिग्ध आतंकी डॉ. मुजम्मिल को गिरफ्तार किया गया है, जो अल-फिदा यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर के रूप में कार्यरत था और पेशे से एक फिजिशियन भी बताया जा रहा है।
किराए के कमरे से मिला विस्फोटक भंडार
हरियाणा पुलिस के मुताबिक, डॉ. मुजम्मिल के किराए के कमरे से 360 किलो विस्फोटक सामग्री बरामद की गई है। प्राथमिक जांच में यह अमोनियम नाइट्रेट प्रतीत हो रहा है, जिसे बड़े पैमाने पर विस्फोटक तैयार करने में इस्तेमाल किया जा सकता था। पुलिस ने बताया कि मौके से करीब 20 टाइमर, कई बैटरियां और ऐसे कई उपकरण मिले हैं जो आतंकवादी गतिविधियों में इस्तेमाल किए जा सकते थे।
फरीदाबाद के पुलिस आयुक्त सतेंद्र कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि यह ऑपरेशन पिछले 15 दिनों से चल रहा था, जिसे जम्मू-कश्मीर पुलिस के सहयोग से अंजाम दिया गया। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि बरामद विस्फोटक आरडीएक्स नहीं है, लेकिन इसकी मात्रा और उपयोगिता बेहद चिंताजनक है।
हथियारों का जखीरा भी मिला
पुलिस की छापेमारी में विस्फोटकों के साथ-साथ एक कालाश्निकोव असॉल्ट राइफल, तीन मैगजीन और 83 जिंदा कारतूस भी जब्त किए गए हैं। इसके अलावा, एक पिस्टल, दो खाली कारतूस, दो अतिरिक्त मैगजीन और आठ जिंदा गोलियां भी बरामद की गईं। अधिकारियों का कहना है कि इस मामले में अभी और भी गिरफ्तारियां संभव हैं, क्योंकि यह एक बड़ा आतंकी नेटवर्क प्रतीत हो रहा है।
#WATCH फरीदाबाद के पुलिस आयुक्त सतेंद्र कुमार ने कहा, "यह हरियाणा पुलिस और जम्मू-कश्मीर पुलिस के बीच चल रहा संयुक्त अभियान है। एक आरोपी डॉ. मुजम्मिल को गिरफ्तार कर लिया गया है। कल 360 किलोग्राम ज्वलनशील पदार्थ बरामद किया गया है, जो संभवतः अमोनियम नाइट्रेट है। यह RDX नहीं है..." pic.twitter.com/VkNkGP1Kza
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 10, 2025
अल-फिदा यूनिवर्सिटी का प्रोफेसर निकला संदिग्ध आतंकी
हरियाणा पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार आरोपी डॉ. मुजम्मिल अल-फिदा यूनिवर्सिटी में पढ़ाता था और वहां मेडिकल विभाग से जुड़ा हुआ था। बताया गया है कि वह पिछले कुछ समय से संदिग्ध गतिविधियों में शामिल था। पुलिस की जांच में सामने आया कि मुजम्मिल और उसका एक सहयोगी, जिसे सहारनपुर से गिरफ्तार किया गया है, दोनों पर पिछले दो हफ्तों से लगातार निगरानी रखी जा रही थी।
हथियारों की आपूर्ति पर जांच जारी
फरीदाबाद और सहारनपुर से गिरफ्तार किए गए दोनों संदिग्धों के पास से मिले हथियार और विस्फोटक कहां से आए — इस दिशा में जांच तेज कर दी गई है। पुलिस ने पुष्टि की है कि मुजम्मिल को करीब 9-10 दिन पहले ही गुप्त रूप से हिरासत में लिया गया था, और तब से पूछताछ के जरिए उसके संपर्कों का पता लगाया जा रहा है।
पुलिस सूत्रों का कहना है कि अब तक की जांच में यह मामला अंतरराज्यीय आतंकी नेटवर्क से जुड़ा प्रतीत होता है। हरियाणा और जम्मू-कश्मीर पुलिस की टीमें लगातार इस मामले में गहराई से छानबीन कर रही हैं। अधिकारियों का कहना है कि आने वाले दिनों में इस मॉड्यूल से जुड़े और भी नाम सामने आ सकते हैं।














