
गोवा के बहुचर्चित नाइटक्लब हादसे से जुड़ी जांच में एक नई और अहम प्रगति सामने आई है। ‘बर्च बाय रोमियो लेन’ नाइटक्लब के मालिक सौरभ लूथरा और गौरव लूथरा, जिन्हें हादसे के बाद से फरार माना जा रहा था, अब थाईलैंड में हिरासत में ले लिए गए हैं।
एक्सक्लूसिव जानकारी के मुताबिक, दोनों भाइयों को थाईलैंड के फुकेट क्षेत्र में रोका गया है, जहां वे पिछले कई दिनों से छिपे हुए थे। पुलिस सूत्रों का कहना है कि गिरफ्तारी की कार्रवाई वहां की लोकल अथॉरिटीज़ के सहयोग से हुई।
हादसे के तुरंत बाद विदेश भागे थे दोनों भाई
गोवा क्लब अग्निकांड में 25 लोगों की दुखद मौत के बाद से पुलिस की निगाहें लूथरा ब्रदर्स पर थीं। मृतकों में 20 कर्मचारी और 5 पर्यटक शामिल थे, जिससे यह मामला और भी गंभीर हो गया था। बताया जा रहा है कि हादसे के दौरान जब रेस्क्यू ऑपरेशन जारी था, तभी दोनों भाइयों ने थाईलैंड जाने की टिकट बुक की और दिल्ली से फ्लाइट पकड़कर देश से फरार हो गए।
पुलिस ने उनकी लोकेशन ट्रैक करने के साथ-साथ उनके पासपोर्ट भी सस्पेंड कर दिए थे, ताकि वे आगे किसी और देश में न जा सकें। अधिकारियों का मानना है कि पासपोर्ट निलंबन के बाद उनकी गतिविधियाँ सीमित हो गईं, जिससे थाईलैंड में उनकी लोकेशन पता लगाना आसान हुआ।
गैर-इरादतन हत्या और लापरवाही के आरोप
लूथरा ब्रदर्स पर फिलहाल गैर-इरादतन हत्या (कुल्पेबल होमिसाइड) और गंभीर लापरवाही के आरोपों में केस दर्ज है। जांच टीम का कहना है कि क्लब में सुरक्षा मानकों की भारी अनदेखी की गई, जिसके चलते आग इतनी भयावह रूप ले पाई।
सूत्रों के अनुसार, अग्निकांड की रात क्लब में ओवरक्राउडिंग थी और सुरक्षा निकास भी पर्याप्त नहीं थे। यही वजह रही कि कई लोग समय पर बाहर नहीं निकल सके और उनकी जान चली गई।
जांच में तेजी, भारत लाने की तैयारी
थाईलैंड में हिरासत के बाद अब दोनों भाइयों को भारत वापस लाने की प्रक्रिया शुरू की जा चुकी है। गोवा पुलिस और विदेश मंत्रालय संयुक्त रूप से प्रत्यर्पण की औपचारिकताओं पर काम कर रहे हैं। अधिकारियों ने संकेत दिया है कि जल्द ही दोनों को भारत लाकर पूछताछ की जाएगी।
इस गिरफ्तारी के बाद पीड़ित परिवारों को उम्मीद है कि मामले में तेजी आएगी और दोषियों को कड़ी सज़ा मिलेगी। वहीं, जांच एजेंसी अब क्लब में अग्निकांड के असली कारणों और जिम्मेदार व्यक्तियों की भूमिका पर विस्तार से काम कर रही है।














