
दक्षिण दिल्ली के वसंत कुंज स्थित श्री शारदा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडियन मैनेजमेंट एंड रिसर्च (SIIM) एक सनसनीखेज़ मामले को लेकर सुर्खियों में है। यहां पढ़ने वाली कई छात्राओं ने संस्थान के निदेशक स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती पर अभद्र भाषा, अश्लील संदेश भेजने और शारीरिक छेड़छाड़ जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं। शिकायत दर्ज होने के बाद पुलिस ने केस की जांच शुरू कर दी है, लेकिन आरोपी अब तक फरार है। जांच की दिशा में तेजी लाते हुए वसंत कुंज (नॉर्थ) पुलिस ने संस्थान का पूरा CCTV फुटेज कब्जे में लिया। इसके अलावा, इंस्टिट्यूट के बेसमेंट से एक लग्ज़री वोल्वो कार बरामद हुई, जिस पर फर्जी नंबर प्लेट लगी थी। यह भी सामने आया कि आरोपी कार पर नकली डिप्लोमैटिक प्लेट लगाकर अपना प्रभाव और दबदबा दिखाता था।
शृंगेरी पीठ का कड़ा रुख
कर्नाटक स्थित दक्षिणाम्नाय श्री शारदापीठ ने पूरे घटनाक्रम पर सख्त रुख अपनाया। संस्था ने साफ किया कि स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती (पूर्व नाम डॉ. पार्थसारथी) की गतिविधियां अनुचित और पीठ की गरिमा के खिलाफ थीं। इसी कारण उनके सभी संबंध तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दिए गए। पीठ ने संबंधित अधिकारियों को भी उनकी अवैध गतिविधियों के बारे में सूचित कर दिया है। श्री शारदा इंस्टीट्यूट, जो AICTE से मान्यता प्राप्त है, सीधे पीठ के अधीन संचालित होता है। इसके संचालन की जिम्मेदारी गवर्निंग काउंसिल पर है, जिसकी अध्यक्षता वरिष्ठ शिक्षाविद् डॉ. कृष्णा वेंकटेश कर रहे हैं। काउंसिल ने बयान जारी कर छात्रों को आश्वासन दिया है कि उनकी पढ़ाई, सुरक्षा और भविष्य से किसी तरह का समझौता नहीं किया जाएगा।
आरोपी को पद से हटाया गया, पुलिस की दबिश जारी
आश्रम प्रशासन की ओर से ही आरोपी की हरकतों का खुलासा होने के बाद उसे पद से हटा दिया गया। दिल्ली पुलिस की कई टीमें लगातार दबिश दे रही हैं। सूत्रों के मुताबिक, आरोपी की आखिरी लोकेशन आगरा में ट्रेस हुई थी। वहीं, अब तक 16 छात्राओं के बयान पटियाला हाउस कोर्ट में मजिस्ट्रेट के सामने दर्ज कराए जा चुके हैं। वसंत कुंज नॉर्थ थाने में दर्ज शिकायतों के अनुसार, आरोपी पर यौन शोषण, धोखाधड़ी और छात्राओं के साथ अनुचित आचरण के केस लगाए गए हैं। पुलिस की शुरुआती जांच में कई हैरान करने वाले तथ्य सामने आए हैं। 4 अगस्त 2025 को, शृंगेरी मठ के एडमिनिस्ट्रेटर पी. ए. मुरली ने पुलिस को लिखित शिकायत दी थी कि आरोपी ने संस्थान में पढ़ रही EWS स्कॉलरशिप पर पढ़ने वाली PGDM छात्राओं का शोषण किया।
32 छात्राओं ने बयान दिए, 17 ने लगाए सीधे आरोप
पुलिस जांच में अब तक कुल 32 छात्राओं के बयान दर्ज हो चुके हैं। इनमें से 17 ने स्पष्ट रूप से बताया कि स्वामी चैतन्यानंद उन्हें अश्लील मैसेज भेजता था, गंदी भाषा का इस्तेमाल करता था और जबरन छूने की कोशिश करता था। छात्राओं का यह भी कहना है कि कुछ महिला फैकल्टी और प्रशासनिक कर्मचारी उन पर दबाव डालते थे कि वे स्वामी की अनुचित मांगें मानें। जांच के दौरान बरामद कार पर लगी 39 UN 1 की फर्जी डिप्लोमैटिक नंबर प्लेट ने पुलिस को चौंका दिया। यह लाल रंग की वोल्वो, आरोपी की कथित शक्ति और रसूख का प्रतीक मानी जा रही थी। इस गाड़ी से जुड़े मामले में भी अलग से मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।














