
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने 7 अगस्त को दिल्ली में एक अहम प्रेस कॉन्फ्रेंस कर चुनावी गड़बड़ियों को लेकर बड़ा खुलासा किया। उन्होंने वोटर लिस्ट में भारी अनियमितताओं के उदाहरण पेश किए और सीधे तौर पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर चुनाव को प्रभावित करने का आरोप लगाया। राहुल का दावा है कि कर्नाटक की महादेवपुरा विधानसभा सीट पर 1 लाख से अधिक वोटों की हेराफेरी हुई है।
उन्होंने यह भी कहा कि महाराष्ट्र और हरियाणा जैसे राज्यों में चुनावी नतीजों में विसंगतियां दिखती हैं और इस पर गंभीर सवाल उठाए जाने चाहिए।
"जांच में सामने आए चौंकाने वाले आंकड़े"
राहुल गांधी ने बताया कि कांग्रेस की टीम ने महीनों की मेहनत के बाद मतदाता सूची का विश्लेषण किया और वोटिंग पैटर्न में कई गड़बड़ियों का पता लगाया। उन्होंने एक डाटा शीट भी दिखाई जिसमें वोटर्स के नाम, पते और फोटो जैसे डिटेल्स शामिल थे।
उन्होंने कहा, "हमने एक-एक पंक्ति को परखा, नाम, फोटो, और पते मिलाए — और देखा कि कहीं एक ही व्यक्ति का नाम दो बार तो नहीं है? यह एक जटिल प्रक्रिया थी, लेकिन हमारी टीम ने 6 महीने में ये डाटा तैयार किया, जिसमें 30-40 लोग लगातार लगे रहे।"
"चुनाव आयोग क्यों छुपा रहा जानकारी?"
राहुल गांधी ने चुनाव आयोग पर भी सवाल खड़े किए और कहा कि आयोग ने जानबूझकर कांग्रेस को इलेक्ट्रॉनिक डेटा नहीं दिया। "अगर चुनाव आयोग निष्पक्ष है तो वो हमें वोटर लिस्ट क्यों नहीं देता? इससे साफ है कि कुछ छुपाया जा रहा है," उन्होंने कहा।
उनका आरोप था कि आयोग की भूमिका संदिग्ध है और ये लोकतंत्र के लिए खतरे की घंटी है। राहुल ने कहा कि "जब बैलेट पेपर का जमाना था तब भी देश भर में एक दिन में मतदान हो जाता था। आज टेक्नोलॉजी के बावजूद मतदान महीनों तक चलता है। आखिर क्यों?"
'महादेवपुरा में एक लाख से ज्यादा वोट ग़ायब'
कर्नाटक के महादेवपुरा विधानसभा क्षेत्र का हवाला देते हुए राहुल गांधी ने बताया कि वहां मतदाता सूची में कई स्तरों पर गड़बड़ियां सामने आईं:
1,00,250 वोट चोरी गए
11,965 डुप्लिकेट वोटर
40,000+ फर्जी पते
10,000 से अधिक वोटर एक ही पते पर दर्ज
4,000 से अधिक नकली फोटो
33,000 से ज्यादा ने फॉर्म 6 का गलत इस्तेमाल किया
उन्होंने दस्तावेज़ दिखाए जिनमें कुछ वोटर्स के पते "हाउस नंबर 0" थे और पिता के नाम के स्थान पर "hhgassjk" जैसा कुछ बेतुका दर्ज था।
उन्होंने कहा, "हमें वोटर लिस्ट में ऐसे हजारों उदाहरण मिले हैं जहां एक ही घर से 30-40 वोट डाले गए, जैसे हाउस नंबर 35 से 80 वोटर, हाउस नंबर 791 से 46 वोटर आदि। यह सब सुनियोजित फर्जीवाड़ा है।"
महाराष्ट्र में 'रहस्यमयी वोटर्स' पर चिंता
राहुल गांधी ने महाराष्ट्र चुनाव को लेकर भी आपत्ति जताई। उन्होंने कहा, "पिछले 5 सालों में जितने नए वोटर्स नहीं जुड़े, उतने सिर्फ 5 महीनों में जुड़ गए। इतनी बड़ी संख्या में वोटर कहां से आए? इस सवाल का जवाब चुनाव आयोग देने से बच रहा है।" उन्होंने आगे कहा, "हमने वोटर लिस्ट मांगी थी, लेकिन हमें जानकारी नहीं दी गई। यह लोकतंत्र के साथ बड़ा मज़ाक है।"
"एग्जिट पोल और नतीजों में फर्क क्यों?"
राहुल गांधी ने मीडिया द्वारा दिखाए जाने वाले एग्जिट पोल और वास्तविक परिणामों के बीच के फासले को लेकर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा, "हरियाणा और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में हमारे सर्वे काफी मजबूत थे, लेकिन नतीजे कुछ और ही निकले। ये अंतर सामान्य नहीं लगते।"
"यह लोकतंत्र के लिए खतरनाक संकेत"
प्रेस कॉन्फ्रेंस के अंत में राहुल गांधी ने चेतावनी दी कि अगर चुनाव प्रक्रिया की पारदर्शिता और निष्पक्षता को सुनिश्चित नहीं किया गया, तो इससे लोकतंत्र की नींव कमजोर हो सकती है। उन्होंने कहा, "मुद्दा यह नहीं है कि कौन चुनाव जीतता है, असली मुद्दा यह है कि वोट वाकई जनता का है या नहीं? क्या लोगों की आवाज़ चुनाव नतीजों में झलकती है?"
कांग्रेस ने खोला मोर्चा, BJP पर दबाव
राहुल गांधी के आरोप और दस्तावेज़ सार्वजनिक होते ही राजनीतिक हलकों में हलचल तेज हो गई है। बिहार चुनाव के पहले इस प्रेस कॉन्फ्रेंस को विपक्ष की बड़ी रणनीति के तौर पर देखा जा रहा है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि चुनाव आयोग और भाजपा इन आरोपों का क्या जवाब देते हैं।














