
दीपावली के बाद से दिल्ली और एनसीआर में हवा लगातार जहरीली बनी हुई है। राजधानी में धुंध और धुएं की सघन परत छाई है, जिससे लोगों का सांस लेना तक भारी पड़ रहा है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, मंगलवार (25 नवंबर) की सुबह 7 बजे दिल्ली का औसत एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 363 रहा, जो ‘बहुत खराब’ श्रेणी में दर्ज किया गया।
बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए दिल्ली सरकार ने सोमवार को बड़ा कदम उठाते हुए सरकारी और निजी दफ्तरों में काम करने वाले कर्मचारियों में से 50 प्रतिशत को वर्क फ्रॉम होम की अनुमति दे दी है। बाकी 50 प्रतिशत स्टाफ को कार्यालय से ही काम करना होगा। यह निर्णय वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग द्वारा निर्धारित ग्रेप-3 प्रावधानों के तहत लागू किया गया है।
कई हिस्सों में AQI ने 400 का आंकड़ा लांघा
शहर के कई इलाकों में हवा की गुणवत्ता बेहद चिंताजनक स्तर पर पहुंच चुकी है। आनंद विहार में स्मॉग की घनी चादर फैली हुई है और यहां AQI 402 दर्ज किया गया, जो ‘गंभीर’ श्रेणी के अंतर्गत आता है। रोहिणी में स्थिति इससे भी भयावह रही, जहां एयर इंडेक्स 416 तक पहुंच गया। जहांगीरपुरी और वजीरपुर में भी AQI 400 के स्तर पर रहा।
एम्स और सफदरजंग इलाके में हालांकि AQI थोड़ा कम रहा, पर यह भी ‘बहुत खराब’ श्रेणी में ही था—एम्स क्षेत्र में 323 और आईटीओ में 380 का इंडेक्स रिकॉर्ड किया गया। इसी तरह अलीपुर में 361, बवाना में 388, बुराड़ी में 382, चांदनी चौक में 354 और द्वारका में 379 का AQI दर्ज रहा।
दिल्ली से सटे शहर भी प्रदूषण की गिरफ्त में हैं। नोएडा सेक्टर-62 में AQI 352, गाजियाबाद के वसुंधरा में 373 और गुरुग्राम सेक्टर-51 में 338 का स्तर दर्ज हुआ। सोमवार को जहां दिल्ली का औसत AQI 382 था, वहीं विशेषज्ञों का मानना है कि जहरीली हवा से कुछ दिनों तक राहत मिलना अभी कठिन है।
इलाकों का AQI स्तर
इलाका - एक्यूआई
आनंद विहार - 402
हिणी - 416
जहांगीरपुरी वजीरपुर - 400
द्वारका - 379
चांदनी चौक - 354
आईटीओ - 380
बवाना - 388
बुराड़ी में - 382
गाजियाबाद, वसुंधरा - 373
नोएडा सेक्टर-62 - 352
गुरुग्राम सेक्टर-51 - 338














