
उत्तरी दिल्ली के वजीरपुर क्षेत्र में पुलिस ने एक अहम कार्रवाई करते हुए चलन से बाहर हो चुके नोटों की करोड़ों रुपये की खेप बरामद की है। अवैध कैश मूवमेंट से जुड़ी गुप्त सूचना के आधार पर की गई इस कार्रवाई ने एक बार फिर यह साफ कर दिया है कि नोटबंदी के वर्षों बाद भी पुराने नोटों का छिपा कारोबार पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है।
सूत्रों के अनुसार, पुलिस को इनपुट मिला था कि इलाके में बड़ी मात्रा में अवैध नकदी की ढुलाई की जा रही है। सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस और विशेष टीमों ने संयुक्त रूप से वजीरपुर में छापेमारी शुरू की। तथाकथित ऑपरेशन के दौरान 500 और 1,000 रुपये के कई बंडल भरे बैग बरामद हुए—वही पुराने नोट, जिन्हें नवंबर 2016 के फैसले के बाद अवैध घोषित कर दिया गया था।
पुराने नोट ले जा रहे लोगों से की जा रही गहन पूछताछ
कई संदिग्ध व्यक्ति, जो इन नोटों से भरे बैग ले जा रहे थे, पुलिस ने मौके पर ही हिरासत में ले लिए। इनमें से कई से लगातार पूछताछ की जा रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि ये नोट कहां से आए, इनके पीछे कौन-सा नेटवर्क सक्रिय है और इन्हें किस मकसद से ले जाया जा रहा था। पुलिस को शक है कि किसी संगठित गिरोह द्वारा पुराने नोटों को किसी गैरकानूनी चैनल के जरिए बदलने या उपयोग में लाने की कोशिश की जा रही थी।
छापेमारी में दो वाहन भी किए गए जब्त
कार्रवाई के दौरान पुलिस ने दो वाहनों को भी कब्जे में लिया, जिनका उपयोग कथित रूप से इस नकदी की ढुलाई में किया जा रहा था। दोनों वाहनों को अब फॉरेंसिक और तकनीकी जांच की प्रक्रिया से गुजारा जाएगा ताकि इस नेटवर्क से जुड़े संभावित अन्य सदस्यों या कड़ियों का पता चल सके।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि हिरासत में लिए गए लोगों से लगातार पूछताछ हो रही है। प्राथमिक जांच का मुख्य फोकस यह समझना है कि यह पुरानी मुद्रा आखिर लाई कहां से गई और इस पूरे रैकेट में किसकी भूमिका क्या है। अधिकारी ने यह भी कहा कि मामले की जांच को तेज गति से आगे बढ़ाया जा रहा है।
नोटबंदी के सालों बाद भी जारी है पुरानी मुद्रा का गुप्त खेल
इस पूरी घटना ने एक बार फिर कई गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। नोटबंदी के आठ साल बाद भी पुराने नोटों का पकड़ा जाना इस ओर इशारा करता है कि कुछ नेटवर्क अब भी अमान्य मुद्रा को किसी न किसी तरीके से खपाने की कोशिश में जुटे हुए हैं। कानून स्पष्ट रूप से ऐसे लेन-देन को प्रतिबंधित करता है, लेकिन गुप्त स्तर पर इस तरह की गतिविधियां अभी भी जारी हैं।
फिलहाल दिल्ली पुलिस मामले की तह तक पहुंचने में जुटी है। अधिकारी मान रहे हैं कि आने वाले दिनों में इस सिलसिले में और भी महत्वपूर्ण पर्दाफाश हो सकता है।














