
कई छात्राओं के यौन शोषण के आरोपों में फंसे स्वयंभू धर्मगुरु चैतन्यानंद सरस्वती को दिल्ली की पुलिस ने कोर्ट में पेश किया। पटियाला हाउस कोर्ट ने आरोपी को 5 दिन की पुलिस हिरासत में भेजने का आदेश दिया। इससे पहले पुलिस ने रविवार सुबह आगरा से उन्हें गिरफ्तार किया था, जहां वह एक होटल में ठहरे हुए थे।
कोर्ट में पेशी और हिरासत
दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि चैतन्यानंद को रविवार को पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया गया। पुलिस ने अदालत से उसकी 5 दिन की हिरासत मांगी, ताकि छात्राओं के यौन उत्पीड़न और अन्य आरोपों की गहन जांच की जा सके। अदालत ने यह अनुरोध स्वीकार कर लिया।
आगरा से गिरफ्तारी और पहले से जब्त राशि
62 वर्षीय चैतन्यानंद को रविवार सुबह आगरा से गिरफ्तार किया गया। उन्हें दोपहर 3:40 बजे ड्यूटी मजिस्ट्रेट रवि के समक्ष पेश किया गया। अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली पुलिस की टीम ने उन्हें आगरा के एक होटल में तलाश कर पकड़ लिया। गिरफ्तारी से पहले पुलिस ने चैतन्यानंद से जुड़े लगभग 8 करोड़ रुपए जब्त किए थे, जो विभिन्न बैंक खातों और फिक्स्ड डिपॉज़िट में जमा थे।
एफआईआर में लगाए गए आरोप
एफआईआर के अनुसार, दक्षिण-पश्चिम दिल्ली स्थित एक प्रबंधन संस्थान के पूर्व अध्यक्ष चैतन्यानंद कथित तौर पर छात्राओं को देर रात अपने क्वार्टर में आने के लिए मजबूर करता था। इसके अलावा, वह छात्राओं को फोन पर आपत्तिजनक संदेश भेजता था और उनके गतिविधियों पर नजर रखता था।
बैंक खातों और फर्जी दस्तावेज़ों का मामला
जांच में यह भी पता चला कि चैतन्यानंद ने अलग-अलग नाम और विवरणों का उपयोग करके कई बैंक खाते खोले थे। प्राथमिकी दर्ज होने के बाद उसने 50 लाख रुपए से अधिक की राशि निकाल ली। आरोपी ने खाता खोलते समय अलग-अलग पहचान दस्तावेज़ जमा किए और उसके पास से फर्जी विजिटिंग कार्ड भी बरामद हुए, जिनमें उसका संयुक्त राष्ट्र और ब्रिक्स जैसी संस्थाओं से जुड़ाव दिखाया गया था।
जांच प्रक्रिया जारी
पुलिस अब इन सभी आरोपों और वित्तीय अनियमितताओं की गहन जांच कर रही है। छात्राओं की सुरक्षा और दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों ने विशेष टीम गठित की है।














