
कथित बाबा चैतन्यानंद की गंदी करतूतें एक-एक करके सामने आ रही हैं। 17 छात्राओं से छेड़छाड़ और शोषण के आरोप झेल रहा यह बाबा अब पुलिस की निगरानी में है। जांच टीम ने उसके ऑफिस से हैरान कर देने वाला सामान बरामद किया है, जिसमें सेक्स टॉय, पॉर्न सीडी और कई नेताओं के साथ खींची गई संदिग्ध तस्वीरें शामिल हैं। इन तस्वीरों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा जैसे बड़े नाम भी दिखाई देते हैं। हालांकि, जांच में स्पष्ट हुआ है कि ये सभी तस्वीरें नकली थीं, जिन्हें बाबा ने अपनी शक्ति और प्रभाव का झूठा आभामंडल गढ़ने के लिए तैयार करवाया था।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि बाबा के कार्यालय से कुल पांच पॉर्न सीडी और कई अश्लील वस्तुएं मिली हैं। तस्वीरों के जरिए उसने ऐसा भ्रम पैदा किया था मानो उसका सीधा संबंध देश-विदेश की मशहूर हस्तियों से हो। जबकि हकीकत यह है कि उसका इन नेताओं से कभी कोई संपर्क नहीं रहा।
बाबा की करतूतों की जड़ें उसके पुराने कामकाज से जुड़ी हैं। वह दिल्ली के वसंत कुंज स्थित एक निजी इंजीनियरिंग संस्थान में मैनेजर था, जहां पढ़ने वाली 17 छात्राओं ने उसके खिलाफ गंभीर आरोप लगाए। शिकायत के अनुसार, बाबा देर रात छात्राओं को अश्लील मैसेज भेजता था, उन्हें डराकर अपनी बात मनवाने की कोशिश करता और विदेश ले जाने का लालच देकर फंसाने की कोशिश करता था। आरोप यह भी है कि अगर कोई छात्रा उसकी मांगों को ठुकरा देती, तो वह उसे फेल करने और करियर चौपट करने की धमकी देता था।
फिलहाल बाबा पुलिस की गिरफ्त में है, लेकिन उसका नाटक जारी है। पूछताछ के दौरान वह कभी पासवर्ड भूल जाने का बहाना करता है, तो कभी घबराहट और बीमारी का हवाला देकर टालमटोल करता है। पुलिस के लिए भी उसकी चालबाजियों से निपटना चुनौती बना हुआ है।
छात्राओं से छेड़छाड़ के अलावा चैतन्यानंद पर कई अन्य अपराधों के मामले भी दर्ज हैं। इनमें मठ पर कब्जा करने का प्रयास, फर्जी यूएन नंबर प्लेट वाली गाड़ी का इस्तेमाल और लोगों से ठगी करने जैसी शिकायतें शामिल हैं। हाल ही में दर्ज पांचवें मामले में भी 17 लड़कियों ने आरोप लगाया कि वह उन्हें लगातार अश्लील संदेश भेजता था और दबाव डालकर अनुचित संबंध बनाने की कोशिश करता था। छात्राओं का यह भी कहना है कि संस्थान का कुछ स्टाफ उसकी करतूतों पर पर्दा डालने में शामिल था।
बाबा के खिलाफ जांच का दायरा लगातार बढ़ रहा है। पुलिस की टीमों ने उसके बागेश्वर, अल्मोड़ा और अन्य ठिकानों पर छापेमारी की है। हर नए खुलासे के साथ यह साफ हो रहा है कि चैतन्यानंद का साम्राज्य छल, धोखे और शोषण पर टिका था, जिसकी सच्चाई अब उजागर हो रही है।














