
बिहार विधानसभा चुनाव के बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को औरंगाबाद में एक जनसभा को संबोधित करते हुए केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कड़ा हमला बोला। उन्होंने अपने भाषण में आरोप लगाया कि मोदी सरकार ने देश की सरकारी संपत्तियाँ और कंपनियाँ चंद उद्योगपतियों के हाथों में सौंप दी हैं। राहुल ने कहा, “आज भारत में दो हिंदुस्तान बना दिए गए हैं — एक अमीरों और सूट-बूट वालों का, और दूसरा गरीबों, किसानों व मजदूरों का।”
राहुल गांधी ने कहा कि मोदी सरकार की नीतियों ने आम जनता को हाशिए पर धकेल दिया है, जबकि कुछ गिने-चुने उद्योगपतियों को फ़ायदा पहुँचाया गया है। उन्होंने जनता से सवाल किया, “क्या आपने कभी मोदी जी को किसी किसान से गले मिलते देखा है? किसी मजदूर का हाथ थामे हुए देखा है? लेकिन अरबपतियों की शादियों में वे ख़ुशी से नाचते-गाते ज़रूर दिखते हैं।”
कांग्रेस नेता ने शिक्षा व्यवस्था पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा, “आप चाहे जितनी मेहनत से पढ़ाई करो, लेकिन परीक्षा से पहले ही पेपर लीक हो जाता है — ऐसा बिहार हमें नहीं चाहिए।” राहुल ने कहा कि बेरोज़गारी और भ्रष्टाचार की वजह से राज्य के युवा निराश हैं, और केंद्र सरकार उनकी आवाज़ सुनने को तैयार नहीं है।
राहुल गांधी ने संविधान की रक्षा की अपील करते हुए कहा, “अगर संविधान खत्म हुआ तो देश में सिर्फ मोदी, अडाणी और अंबानी ही बचेंगे — बाकी सबका अधिकार छिन जाएगा।” उन्होंने प्रधानमंत्री की नीतियों को किसान विरोधी बताया और कहा कि बीमा योजनाओं के नाम पर किसानों से पैसा लेकर प्राइवेट कंपनियों को फायदा पहुंचाया जा रहा है।
अपने भाषण के दौरान राहुल ने प्रधानमंत्री मोदी पर व्यंग्य करते हुए कहा, “छठ पूजा के समय मोदी जी ने अपने लिए अलग से साफ पानी मंगवाया, जबकि आम बिहारी को यमुना के प्रदूषित पानी में स्नान करना पड़ा।” उन्होंने आगे कहा कि उनकी पार्टी का लक्ष्य बिहार में रोज़गार के अवसर बढ़ाना और बैंकों के दरवाजे युवाओं के लिए खोलना है — न कि केवल चंद उद्योगपतियों के लिए।
INDIA गठबंधन पर राहुल गांधी का बयान
राहुल ने कहा कि अगर INDIA गठबंधन की सरकार बनी, तो बिहार में नालंदा विश्वविद्यालय की तरह नई विश्वस्तरीय यूनिवर्सिटीज स्थापित की जाएंगी, जहाँ विदेशों से भी छात्र शिक्षा लेने आएंगे। उन्होंने कहा, “नोटबंदी और गलत जीएसटी ने बिहार के युवाओं से रोजगार छीन लिया। आज स्थिति यह है कि नौकरी न मिलने के कारण लोग रील बनाने पर मजबूर हैं।”
राहुल ने आगे कहा कि मोदी सरकार ने किसानों से ज़मीन छीनकर उद्योगपतियों को दी, जबकि गृह मंत्री अमित शाह यह दावा करते हैं कि बिहार में उद्योग लगाने के लिए जमीन नहीं है। उन्होंने सवाल उठाया, “जब आम किसान या युवक ज़मीन मांगता है तो जगह नहीं होती, लेकिन जब अडाणी को चाहिए होता है, तो अचानक ज़मीन मिल जाती है — आखिर ऐसा क्यों?”
राहुल गांधी ने अपने भाषण के अंत में कहा कि कांग्रेस और INDIA गठबंधन का उद्देश्य बिहार के युवाओं को उनका हक़ दिलाना और एक ऐसा भारत बनाना है जहाँ अमीर और गरीब के बीच की दूरी मिटाई जा सके।














