
बिहार की राजनीति में एक बार फिर हलचल मचने वाली है, और इस बार वजह हैं जन सुराज पार्टी के सूत्रधार प्रशांत किशोर, जो आगामी विधानसभा चुनाव 2025 से पहले अपने राजनीतिक कुनबे को मजबूती देने में जुटे हैं। एक तरफ जहां जनता बदलाव की उम्मीद लिए बैठी है, वहीं पीके भी अपनी पार्टी को मजबूत करने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं।
शुक्रवार को जन सुराज पार्टी को दो नए और चर्चित चेहरे मिलने जा रहे हैं—एक पूर्व आईपीएस अधिकारी और एक लोकप्रिय भोजपुरी स्टार। प्रशांत किशोर ने इस अहम घटनाक्रम के लिए पटना में सुबह 11 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई है, जो राजनीतिक हलकों में काफी चर्चा का विषय बन चुका है। सूत्रों के अनुसार, हिमाचल प्रदेश के पूर्व एडीजीपी और सारण (छपरा) निवासी जेपी सिंह जन सुराज का दामन थाम सकते हैं। उन्होंने हाल ही में स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (VRS) लेकर पुलिस सेवा से विदाई ली है।
यही नहीं, कुछ ही दिन पहले यूट्यूब के चर्चित चेहरे मनीष कश्यप ने भारतीय जनता पार्टी को अलविदा कहकर जन सुराज से नाता जोड़ लिया था, और उन्हें सदस्यता दिलाने की भूमिका खुद प्रशांत किशोर ने निभाई थी। इसके अलावा भोजपुरी सिनेमा के सुपरस्टार पवन सिंह के भी जन सुराज में शामिल होने की अटकलें जोरों पर हैं, जिससे पार्टी की लोकप्रियता में और इज़ाफा हो सकता है।
बता दें कि प्रशांत किशोर ने पिछले साल 2 अक्टूबर को जन सुराज पार्टी की नींव रखी थी। उससे पहले वे करीब दो साल तक राज्य के गांव-गांव में पदयात्रा कर लोगों से सीधे संवाद करते रहे। पार्टी गठन के बाद पीके ने यह ऐलान किया था कि वे बिहार की सभी 243 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। उनका दावा है कि जन सुराज, एनडीए और महागठबंधन दोनों का ही एक सशक्त विकल्प बन सकता है। चुनाव आयोग द्वारा पार्टी को "स्कूल बैग" चुनाव चिह्न भी आवंटित किया गया है।
बिहार की सियासत इन दिनों चुनावी रंग में रंगी हुई है। सभी पार्टियां अपने-अपने स्तर पर संगठन को मज़बूत बनाने में जुटी हैं। इसी कड़ी में पीके लगातार सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। कई पूर्व प्रशासनिक अधिकारी पहले ही जन सुराज से जुड़ चुके हैं। बक्सर से लोकसभा चुनाव लड़ चुके पूर्व आईपीएस अधिकारी आनंद मिश्रा भी कुछ समय पहले पार्टी में शामिल हुए थे, हालांकि अब वे पार्टी की गतिविधियों से कुछ दूरी बनाए हुए हैं।














