
बिहार की राजधानी पटना में व्यापारी गोपाल खेमका की निर्मम हत्या ने पूरे शहर को दहशत और गुस्से में डुबो दिया है। 4 जुलाई की रात को अज्ञात हमलावरों ने दिनदहाड़े गोली मारकर उनकी हत्या कर दी। यह वारदात उस वक्त हुई जब राज्य विधानसभा चुनाव की सरगर्मियां शुरू हो चुकी हैं। ऐसे में इस जघन्य अपराध ने न सिर्फ आम लोगों की सुरक्षा को लेकर डर बढ़ा दिया है, बल्कि सियासी गलियारों में भी हलचल मचा दी है।
जनता के भीतर डर और आक्रोश दोनों है—सड़क से लेकर सोशल मीडिया तक इस मुद्दे पर चर्चा हो रही है। विपक्ष सरकार को घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा। इस हाई-प्रोफाइल मर्डर केस ने नीतीश सरकार की कानून व्यवस्था पर बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं। कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए बिहार के हालात पर गहरी चिंता जताई है।
राहुल गांधी ने जताई पीड़ा, कहा- ‘बिहार अब सुरक्षित नहीं रहा’
राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर पोस्ट साझा करते हुए लिखा— “भाजपा और नीतीश कुमार की साझेदारी ने बिहार को भारत की अपराध राजधानी बना दिया है। पटना में व्यापारी गोपाल खेमका की दिनदहाड़े हत्या इस बात का ज्वलंत उदाहरण है कि अपराध किस तरह आम हो चुका है। सरकार कानून व्यवस्था संभालने में पूरी तरह फेल हो चुकी है। हर दिन लूट, गोलीबारी, हत्या जैसे जघन्य अपराध हो रहे हैं। बिहार आज भय और असुरक्षा के दौर से गुजर रहा है।”
‘हर हत्या एक पुकार है बदलाव की’
राहुल गांधी ने आगे भावुक अंदाज में लिखा, “बिहार के प्यारे भाइयों और बहनों, अब अन्याय सहने का समय नहीं रहा। अगर सरकार आपके बच्चों की सुरक्षा तक नहीं कर पा रही, तो वो आपके भविष्य की गारंटी कैसे लेगी? हर हत्या, हर लूट, हर गोली एक पुकार है—बदलाव की, जागरूकता की। अब वक्त है एक नए बिहार की, जहां डर नहीं, विकास हो, और इंसाफ हर दरवाजे तक पहुंचे। इस बार आपका वोट सिर्फ सत्ता को नहीं, बल्कि पूरे बिहार को बचाने का वोट होगा।”
सरकार की समीक्षा बैठक, लेकिन सवाल जस के तस
इस भयावह घटना के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को राज्य की कानून-व्यवस्था को लेकर समीक्षा बैठक की। बैठक में डीजीपी विनय कुमार समेत तमाम वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। सूत्रों के अनुसार, इस बैठक में गोपाल खेमका हत्याकांड पर भी विशेष चर्चा हुई। नीतीश कुमार ने दावा किया कि कानून व्यवस्था राज्य सरकार की पहली प्राथमिकता है, लेकिन ज़मीनी सच्चाई लोगों के भरोसे को झकझोर रही है।














