
असम के लोकप्रिय गायक जुबिन गर्ग के असामयिक निधन के बाद उनके चाहने वाले न्याय की मांग कर रहे हैं। इस बीच असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत दस सदस्यीय स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) का गठन किया है। साथ ही असम सरकार ने नॉर्थ ईस्ट फेस्टिवल के आयोजक श्यामकानु महंत और दिवंगत गायक जुबिन के मैनेजर सिद्धार्थ शर्मा के खिलाफ लुकआउट नोटिस भी जारी कर दिया है।
सीएम का संदेश: संयम से काम लें
सोशल मीडिया के माध्यम से असम सीएम ने फैन्स से अपील की है कि जुबिन के लिए न्याय की मांग शांतिपूर्ण तरीके से की जाए। उन्होंने स्पष्ट कहा, "हम जुबिन के लिए न्याय की मांग कर रहे हैं, लेकिन यह हिंसा या अशांति के माध्यम से नहीं होना चाहिए। लोगों को संयम बनाए रखना होगा। जुबिन का असम है, हम इसे नेपाल नहीं बनने देंगे।" सीएम ने यह भी कहा कि जुबिन के नाम पर किसी भी प्रकार की सरकार विरोधी राजनीति की अनुमति नहीं दी जाएगी।
महंत और शर्मा को सख्त चेतावनी
सीएम सरमा ने श्यामकानु महंत और सिद्धार्थ शर्मा को 6 अक्तूबर को गुवाहाटी में उपस्थित होकर अपना बयान दर्ज कराने का निर्देश दिया है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि वे अपना बयान नहीं देंगे तो पुलिस उनके खिलाफ तलाशी अभियान तेज कर देगी। सीएम ने दुर्गा पूजा के दौरान उनकी गैर-मौजूदगी को देखते हुए कहा कि वे दशमकी के बाद ही गुवाहाटी आएं और जरूरी प्रक्रिया पूरी करें।
न्यायिक प्रक्रिया का पालन अनिवार्य
सीएम हिमंत ने कहा कि यदि दोनों पक्ष सीआईडी के सवालों का जवाब देने से बचना चाहते हैं, तो उन्हें अदालत का दरवाजा खटखटाना होगा। इसके अलावा सरकार ने महंत के बैंक खाते और क्रेडिट कार्ड के लेन-देन पर रोक लगा दी है ताकि वे लंबे समय तक बाहर न रह सकें। इसके साथ ही असम सरकार सिंगापुर से जुबिन गर्ग की पोस्टमार्टम रिपोर्ट प्राप्त करने की प्रक्रिया में है, जबकि गोवाहाटी मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल में किए गए दूसरे पोस्टमार्टम की रिपोर्ट भी तैयार है।














