भारत और इंग्लैंड के बीच आगामी टेस्ट सीरीज से पहले इंग्लैंड के पूर्व तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड ने जसप्रीत बुमराह की तारीफों के पुल बांध दिए हैं। उन्होंने बुमराह की गेंदबाजी को विश्व क्रिकेट में सबसे संतुलित डिलीवरी स्ट्राइड बताया है और उनकी तुलना महान ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज ग्लेन मैकग्रा से की है। यह बयान ऐसे समय आया है जब बुमराह को आगामी सीरीज में भारत की सफलता की कुंजी माना जा रहा है।
बुमराह की डिलीवरी स्ट्राइड है ‘बेहद संतुलित’
स्टुअर्ट ब्रॉड, जिन्होंने 2023 में 604 टेस्ट विकेटों के साथ संन्यास लिया था, ने एक पॉडकास्ट ‘For the Love of Cricket’ में कहा कि बुमराह का रन-अप छोटा जरूर है, लेकिन उनकी गेंदबाजी में जो धार है, वह चौंकाने वाली होती है। ब्रॉड ने कहा, “जब वह रन-अप लेता है, तो ऐसा लगता है कि गेंद 70 मील प्रति घंटे की रफ्तार से आएगी, लेकिन अचानक 90 मील की स्पीड पर गेंद आ जाती है। इसमें कोई प्रवाह नहीं दिखता, जिससे बल्लेबाजों को धोखा मिल जाता है।”
उन्होंने आगे कहा, “बुमराह का रन-अप छोटा है और वह कभी भी स्ट्राइड में ओवरबैलेंस नहीं होता। यही बात ग्लेन मैकग्रा में भी थी। बुमराह की डिलीवरी स्ट्राइड उतनी ही संतुलित है जितनी मैकग्रा की हुआ करती थी।”
बुमराह के खेल में दिखती है विराट कोहली युग की छाप
ब्रॉड ने बुमराह की प्रतिस्पर्धी भावना की भी सराहना की और उसे ‘विराट कोहली के कप्तानी युग’ की देन बताया। उन्होंने एक किस्सा साझा करते हुए बताया कि ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान बुमराह ने आखिरी ओवर में उस्मान ख्वाजा को आउट किया और फिर जिस तरह से वह चीखा-चिल्लाया, उससे उसकी आक्रामक मानसिकता और जुनून का पता चलता है।
ब्रॉड ने कहा, “हर तेज गेंदबाज के भीतर यह भावना होनी चाहिए, और बुमराह में वह स्पष्ट रूप से दिखती है। वह मैदान पर शिकार की तरह नजर आता है।”
सीरीज में बुमराह की भूमिका पर टीम इंडिया की रणनीति
हालांकि चयनकर्ता अजीत अगरकर और कोच गौतम गंभीर पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि बुमराह को सभी पांच टेस्ट नहीं खिलाए जाएंगे। टीम मैनेजमेंट उनकी फिटनेस और वर्कलोड को लेकर सतर्क है और उनकी भागीदारी को रणनीतिक रूप से नियंत्रित किया जाएगा।
ब्रॉड का मानना है कि यदि बुमराह सभी पांच टेस्ट खेलते हैं, तो वह ‘shedload of wickets’ यानी भारी संख्या में विकेट चटका सकते हैं। “अगर वह पूरे पांच टेस्ट खेले, तो इंग्लैंड की टीम को बड़ी मुश्किल हो सकती है,” उन्होंने चेतावनी भरे अंदाज़ में कहा।
स्टुअर्ट ब्रॉड जैसे दिग्गज की ओर से जसप्रीत बुमराह की तुलना ग्लेन मैकग्रा जैसे महान गेंदबाज से किया जाना, न सिर्फ बुमराह की प्रतिभा का प्रमाण है, बल्कि इंग्लैंड के खिलाफ आगामी टेस्ट सीरीज में उनकी भूमिका कितनी निर्णायक हो सकती है, इसका भी संकेत है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि बुमराह सीमित टेस्ट में कितना प्रभाव छोड़ पाते हैं और क्या वह भारत को एक और ऐतिहासिक जीत दिलाने में सफल होते हैं या नहीं।