भारत और इंग्लैंड के बीच लीड्स में जारी पांच मैचों की टेस्ट सीरीज के पहले मुकाबले के तीसरे दिन ऋषभ पंत ने बल्ले से तो कमाल किया ही, लेकिन विकेट के पीछे भी उन्होंने एक अहम कीर्तिमान अपने नाम कर लिया। तीसरे दिन के खेल की शुरुआत में इंग्लैंड के बल्लेबाज ओली पोप जब 106 रन बनाकर खेल रहे थे, तब प्रसिद्ध कृष्णा की गेंद पर उन्होंने पंत को कैच थमा दिया। इसी के साथ पंत भारत की टेस्ट क्रिकेट इतिहास में 150 या उससे अधिक कैच लेने वाले तीसरे विकेटकीपर बन गए हैं।
ऋषभ पंत ने रचा इतिहास, बने तीसरे सबसे सफल विकेटकीपर
ऋषभ पंत अब टेस्ट क्रिकेट में भारत के लिए सबसे ज्यादा कैच पकड़ने वाले विकेटकीपरों की सूची में तीसरे स्थान पर पहुंच गए हैं। उनसे आगे अब सिर्फ दो दिग्गज विकेटकीपर—एमएस धोनी और सैयद किरमानी हैं। जहां धोनी ने 256 कैच पकड़कर इस सूची में शीर्ष स्थान पर कब्जा किया है, वहीं सैयद किरमानी के नाम 160 कैच दर्ज हैं। पंत ने ओली पोप का कैच पकड़कर अपने टेस्ट करियर में 151 कैच पूरे किए।
भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा कैच लेने वाले विकेटकीपर
—एमएस धोनी – 256 कैच
—सैयद किरमानी – 160 कैच
—ऋषभ पंत – 151* कैच
—किरण मोरे – 110 कैच
पंत को अभी भी इस सीरीज में चार टेस्ट मैच खेलने हैं, जिससे वह किरमानी का रिकॉर्ड तोड़कर दूसरे स्थान पर पहुंच सकते हैं।
बल्ले से भी शानदार रहा है पंत का प्रदर्शन
लीड्स टेस्ट में ऋषभ पंत ने पहली पारी में 134 रनों की शानदार पारी खेली थी, जिससे टीम इंडिया को मजबूत स्कोर खड़ा करने में मदद मिली। यह शतक न केवल उनके करियर का एक और मील का पत्थर बना, बल्कि यह संकेत भी दिया कि वह चोट से वापसी के बाद पूरी लय में आ चुके हैं।
टीम में मिली बड़ी जिम्मेदारी
इस सीरीज में जहां शुभमन गिल को कप्तानी की जिम्मेदारी दी गई है, वहीं पंत को उपकप्तान नियुक्त किया गया है। इससे साफ है कि टीम मैनेजमेंट उनके अनुभव और लीडरशिप पर भरोसा जता रहा है। विकेट के पीछे उनकी चपलता और मैदान पर आक्रामकता टीम के लिए फायदेमंद साबित हो रही है।
ऋषभ पंत की वापसी बनी चर्चा का विषय
पिछले वर्ष सड़क दुर्घटना के बाद पंत का करियर कुछ समय के लिए खतरे में नजर आ रहा था, लेकिन उन्होंने कड़ी मेहनत और संकल्प के साथ न केवल वापसी की बल्कि अपने प्रदर्शन से आलोचकों को भी जवाब दे दिया। उनकी वापसी न केवल व्यक्तिगत रूप से प्रेरणादायक रही है, बल्कि टीम इंडिया के लिए भी एक बड़ी राहत बनकर आई है।
ऋषभ पंत की बल्लेबाज़ी और विकेटकीपिंग दोनों ही मोर्चों पर शानदार प्रदर्शन इस बात का संकेत हैं कि वह भविष्य में एमएस धोनी जैसे बड़े नामों के रिकॉर्ड को चुनौती देने की क्षमता रखते हैं। यदि वे ऐसे ही निरंतर प्रदर्शन करते रहे तो जल्द ही वह भारत के सबसे सफल विकेटकीपरों में शुमार हो जाएंगे।