तमिलनाडु प्रीमियर लीग (टीएनपीएल) 2025 के दौरान एक बड़ा और चौंकाने वाला विवाद सामने आया है, जिसमें अनुभवी स्पिनर रविचंद्रन अश्विन की कप्तानी वाली डिंडीगुल ड्रैगन्स टीम पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं। सीचम मदुरै पैंथर्स फ्रेंचाइज़ी ने दावा किया है कि डिंडीगुल ड्रैगन्स ने मैच के दौरान गेंद से छेड़छाड़ (बॉल टैंपरिंग) की, जो क्रिकेट के नियमों के खिलाफ एक गंभीर अपराध माना जाता है। यह विवाद 14 जून को सलेम क्रिकेट फाउंडेशन ग्राउंड पर खेले गए मैच से जुड़ा है, जहां ड्रैगन्स ने पैंथर्स को 9 विकेट से करारी मात दी थी। हालांकि, आयोजकों ने पैंथर्स को ठोस सबूत प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है क्योंकि अभी तक आरोप सिर्फ अटकलों और संदेह पर आधारित लग रहे हैं।
अश्विन की टीम पर गंभीर और विवादास्पद आरोप
पैंथर्स की ओर से यह सनसनीखेज आरोप लगाया गया कि ड्रैगन्स ने कथित रूप से एक केमिकल लगे तौलिये की मदद से गेंद की कंडीशन को बदलने का प्रयास किया, जो मैच की निष्पक्षता पर सवाल खड़े करता है। पैंथर्स के सीईओ महेश एस ने टीएनपीएल अधिकारियों को लिखे एक पत्र में इन तौलियों के स्रोत की जांच की मांग की और ड्रैगन्स पर गेंद से छेड़छाड़ का सीधा आरोप लगाया। हालांकि, तमिलनाडु क्रिकेट एसोसिएशन (TNCA) की ओर से स्पष्ट किया गया कि ये तौलिये आयोजकों द्वारा मुहैया कराए गए थे और दोनों टीमों को समान रूप से दिए गए थे। इसके अलावा, गेंद को सुखाने की प्रक्रिया पूरी तरह से मैदानी अंपायरों की निगरानी में हुई थी, जिससे निष्पक्षता बनाए रखने की कोशिश की गई थी।
टीएनपीएल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) प्रसन्ना कन्नन ने पैंथर्स को भेजे गए एक आधिकारिक ईमेल में यह स्पष्ट किया कि इन आरोपों को मैच खत्म होने के बाद उठाया गया, और अब तक की जांच में कोई ठोस प्रमाण नहीं मिले हैं। उन्होंने कहा कि अंपायरों और मैच रेफरी को इस तरह की किसी अनियमितता की जानकारी नहीं मिली है, जिससे यह पूरा मामला महज़ एक संदेह या कयास की तरह प्रतीत होता है। फिर भी, लीग की पारदर्शिता बनाए रखने के लिए एक स्वतंत्र आंतरिक समिति गठित की जाएगी जो इस पूरे विवाद की निष्पक्ष जांच करेगी।
मैच में ड्रैगन्स की एकतरफा जीत पर उठे सवाल
14 जून को खेले गए इस मुकाबले में मदुरै पैंथर्स ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी की और निर्धारित 20 ओवरों में 8 विकेट खोकर 150 रन बनाए। डिंडीगुल ड्रैगन्स के कप्तान रविचंद्रन अश्विन को गेंदबाज़ी में कोई विकेट नहीं मिला, और उन्होंने 4 ओवर में 27 रन दिए। हालांकि, बल्लेबाजी में उन्होंने अपनी अनुभवी शैली का प्रदर्शन करते हुए ओपनिंग करते हुए 29 गेंदों पर 49 रनों की विस्फोटक पारी खेली, जिसकी बदौलत ड्रैगन्स ने महज 12.3 ओवर में लक्ष्य हासिल कर लिया। लेकिन अब जब उन पर गेंद से छेड़छाड़ जैसे आरोप लग चुके हैं, तो उनकी इस शानदार जीत पर भी सवाल उठने लगे हैं और खेल की गरिमा को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं।