
अरुण जेटली स्टेडियम में भारत और वेस्टइंडीज के बीच खेले जा रहे दूसरे टेस्ट के दूसरे दिन टीम इंडिया की शुरुआत निराशाजनक रही। टीम के स्टार ओपनर यशस्वी जायसवाल शानदार फॉर्म में थे और अपने दोहरे शतक से महज 25 रन दूर थे, लेकिन कप्तान शुभमन गिल के साथ हुई एक गलतफहमी ने उनका सपना तोड़ दिया। जायसवाल को 175 रन के स्कोर पर रन आउट होना पड़ा।
यह घटना दिन के दूसरे ओवर में हुई। यशस्वी ने गेंद को मिड-ऑफ की दिशा में खेला और तेज सिंगल लेने के लिए दौड़ पड़े। हालांकि, उन्होंने शॉट को इतना अच्छे से टाइम किया कि गेंद सीधे वेस्टइंडीज फील्डर टेगनराइन चंदरपॉल के हाथों में चली गई। चंदरपॉल ने तेजी से गेंद को पकड़कर स्ट्राइकर एंड की ओर थ्रो फेंकी। इस दौरान शुभमन गिल ने सिंगल के लिए कोई प्रतिक्रिया नहीं दी, जिससे यशस्वी पिच के बीच में ही अटक गए।
जायसवाल ने वापसी की कोशिश की, लेकिन विकेटकीपर टेविन इमलाक ने थ्रो पकड़ते हुए बेल्स गिरा दीं। हालांकि उन्होंने गेंद को पहले थोड़ा फंबल किया था, मगर तीसरे अंपायर ने रिव्यू में साफ कर दिया कि बल्लेबाज क्रीज में पहुंचने से पहले ही आउट हो गया था।
रन आउट के बाद जायसवाल बेहद निराश दिखे। वे कुछ देर तक मैदान पर सिर झुकाकर खड़े रहे और फिर भारी मन से पवेलियन लौटे। दिल्ली के दर्शक दीर्घा में बैठे हजारों फैंस ने उनके इस शानदार प्रदर्शन के लिए खड़े होकर तालियां बजाईं।
जायसवाल ने शुक्रवार को अपना सातवां टेस्ट शतक पूरा किया था और एक बार फिर उन्होंने इसे बड़े स्कोर में बदला। यह उनका पांचवां मौका था जब उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 150 से अधिक रन बनाए। उनका 175 रन का स्कोर अब भारतीय बल्लेबाजों में चौथा सबसे बड़ा स्कोर है जो रन आउट पर समाप्त हुआ है। इस सूची में सबसे ऊपर संजय मांजरेकर हैं, जो 1989 में पाकिस्तान के खिलाफ 219 रन पर रन आउट हुए थे।
दूसरी ओर, कप्तान शुभमन गिल ने इस रन आउट के बाद अपने धैर्य को बनाए रखा और शानदार बल्लेबाजी जारी रखी। उन्होंने सीरीज में अपना दूसरा अर्धशतक पूरा किया। वहीं, नंबर पांच पर आए नितीश कुमार रेड्डी ने भी भरोसेमंद बल्लेबाजी की और स्कोरबोर्ड को आगे बढ़ाया।
वेस्टइंडीज की ओर से फील्डिंग में लापरवाही देखने को मिली। नितीश रेड्डी को 20 रन के स्कोर पर जीवनदान मिला जब एंडरसन फिलिप ने जोमेल वारिकन की गेंद पर कैच टपका दिया। वारिकन, जिन्होंने पहले दिन दोनों भारतीय विकेट लिए थे, इस मौके के छूटने से काफी निराश दिखे।
दूसरे दिन लंच से पहले भारत ने तीन विकेट के नुकसान पर 400 रन का आंकड़ा पार कर लिया था। जायसवाल का आउट होना निश्चित रूप से टीम और दर्शकों के लिए झटका था, लेकिन उनके 175 रनों की शानदार पारी भारतीय पारी की मजबूत नींव रख चुकी थी।














