
महिला वर्ल्ड कप 2025 अब अपने अंतिम पड़ाव पर पहुंच चुका है। सेमीफाइनल मुकाबलों के बाद अब भारत और साउथ अफ्रीका की टीमें 2 नवंबर को खिताबी भिड़ंत में आमने-सामने होंगी। यह मुकाबला नवी मुंबई के डीवाई पाटिल स्टेडियम में खेला जाएगा, जहां इतिहास का नया अध्याय लिखा जाएगा। भारतीय टीम की कमान हरमनप्रीत कौर के हाथों में है, जबकि साउथ अफ्रीका की कप्तान लौरा वोल्वार्ट इस समय अपने करियर की बेहतरीन फॉर्म में हैं। दिलचस्प बात यह है कि इन दोनों में से कोई भी टीम आज तक महिला वनडे वर्ल्ड कप का खिताब नहीं जीत पाई है। ऐसे में 2 नवंबर का यह मैच क्रिकेट जगत को एक नया चैंपियन देने वाला होगा।
साउथ अफ्रीका ने इंग्लैंड को रौंदते हुए किया पहली बार फाइनल में प्रवेश
साउथ अफ्रीका की महिला टीम ने सेमीफाइनल में इंग्लैंड को 125 रनों से पराजित कर इतिहास रच दिया। कप्तान लौरा वोल्वार्ट ने इस मुकाबले में 169 रनों की विस्फोटक पारी खेली, जिसने टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया। उनके अलावा बल्लेबाजों और गेंदबाजों दोनों ने शानदार प्रदर्शन किया, जिसके दम पर साउथ अफ्रीका पहली बार महिला वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंचने में सफल रहा। अब वोल्वार्ट की टीम खिताब जीतकर विश्व मंच पर अपनी पहचान दर्ज कराने के लिए पूरी तरह तैयार है।
भारत ने ऑस्ट्रेलिया को मात देकर किया फाइनल में प्रवेश
दूसरी ओर भारतीय टीम ने सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया जैसी दिग्गज टीम को 5 विकेट से हराकर फाइनल में अपनी जगह बनाई। ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 338 रनों का विशाल लक्ष्य खड़ा किया, लेकिन भारतीय बल्लेबाजों ने धैर्य और आत्मविश्वास के साथ इस चुनौती को स्वीकार किया। जेमिमा रोड्रिग्ज ने शानदार 127 रनों की नाबाद पारी खेली और कप्तान हरमनप्रीत कौर ने 89 रनों का शानदार योगदान दिया। दोनों बल्लेबाजों की साझेदारी ने भारत को लक्ष्य तक पहुंचने में मदद की और टीम ने जीत हासिल कर टूर्नामेंट का रुख बदल दिया।
जेमिमा और हरमनप्रीत की साझेदारी बनी भारत की जीत की नींव
ऑस्ट्रेलिया की ओर से फोएबे लिचफील्ड (119 रन), एलिस पैरी (77 रन) और एश्ली गार्डनर (63 रन) ने शानदार बल्लेबाजी की थी, लेकिन भारतीय बल्लेबाजों के सामने उनका यह प्रदर्शन फीका पड़ गया। जेमिमा रोड्रिग्ज ने 134 गेंदों में 127 रन बनाकर अपनी बल्लेबाजी से मैच का पासा पलट दिया। हरमनप्रीत कौर ने अपने अनुभव का पूरा इस्तेमाल किया और टीम को स्थिरता प्रदान की। ऋचा घोष ने 26 रनों की उपयोगी पारी खेली जबकि अमनजोत कौर ने नाबाद रहते हुए टीम को जीत की दहलीज पार कराई।
पहली बार किसी नई टीम को मिलेगा खिताब
महिला वनडे वर्ल्ड कप के इतिहास में अब तक ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और न्यूज़ीलैंड जैसी टीमें ही चैंपियन बनी हैं। लेकिन इस बार इतिहास बदलेगा, क्योंकि फाइनल में उतरने वाली दोनों टीमें—भारत और साउथ अफ्रीका—पहली बार ट्रॉफी जीतने की दावेदार हैं। चाहे जो भी टीम जीते, क्रिकेट जगत को एक नया विजेता देखने को मिलेगा। भारत अपने तीसरे फाइनल में पहली जीत दर्ज करना चाहेगा, जबकि साउथ अफ्रीका के लिए यह ऐतिहासिक अवसर पहली बार विश्व खिताब जीतने का होगा।
डीवाई पाटिल स्टेडियम में रोमांच का समंदर
मुंबई का डीवाई पाटिल स्टेडियम इस ऐतिहासिक मुकाबले का गवाह बनने जा रहा है। उम्मीद की जा रही है कि स्टेडियम खचाखच भरा रहेगा और देशभर के क्रिकेट प्रशंसक अपनी टीम का हौसला बढ़ाने पहुंचेंगे। क्रिकेट विशेषज्ञों का मानना है कि दोनों टीमें संतुलित हैं और किसी एक पक्ष को पहले से विजेता बताना मुश्किल है। अब देखने वाली बात यह होगी कि क्या हरमनप्रीत कौर की कप्तानी में भारत इतिहास रच पाएगा या लौरा वोल्वार्ट अपने देश के लिए नया अध्याय लिखेंगी।














