भारत और इंग्लैंड के बीच लीड्स में जारी पहले टेस्ट मैच के दूसरे दिन भारतीय बल्लेबाजों ने इतिहास रच दिया। टीम इंडिया की पहली पारी में एक ही दिन में तीन बल्लेबाजों ने शतक जड़े, जो 23 साल बाद इंग्लैंड की धरती पर हुआ है। यशस्वी जायसवाल, शुभमन गिल और ऋषभ पंत की शानदार पारियों की बदौलत भारत मज़बूत स्थिति में पहुंच गया है।
ऋषभ पंत का ऐतिहासिक शतक
विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत ने अपनी विस्फोटक बल्लेबाजी से एक और कीर्तिमान स्थापित कर दिया। उन्होंने 146 गेंदों में शतक पूरा किया, जिसमें छक्के और चौकों की बारिश रही। खास बात यह रही कि पंत ने 100वें ओवर की पहली ही गेंद पर शानदार छक्का लगाकर अपना सातवां टेस्ट शतक पूरा किया। इसके साथ ही उन्होंने एमएस धोनी को पछाड़ते हुए सबसे ज्यादा टेस्ट शतक लगाने वाले भारतीय विकेटकीपर बन गए। धोनी के नाम छह टेस्ट शतक थे, जबकि पंत अब सात टेस्ट शतक के साथ सबसे ऊपर हैं।
गिल की कप्तानी पारी, बशीर ने तोड़ी साझेदारी
कप्तान शुभमन गिल ने भी अपनी कप्तानी को साबित करते हुए 147 रनों की शानदार पारी खेली। उन्होंने 227 गेंदों में 19 चौके और एक छक्का लगाया। उनकी यह पारी भारत के लिए बेहद निर्णायक रही। गिल और पंत के बीच चौथे विकेट के लिए 209 रनों की बड़ी साझेदारी हुई, जिसने टीम की नींव को और मजबूत किया। हालांकि शोएब बशीर ने 102वें ओवर में गिल को जोश टंग के हाथों कैच कराकर भारत को चौथा झटका दिया।
जायसवाल की क्लासिक पारी से हुई शुरुआत
इससे पहले, पहले दिन यशस्वी जायसवाल ने भारत को बेहतरीन शुरुआत दी थी। उन्होंने 101 रन की शानदार शतकीय पारी खेली। जायसवाल और गिल ने दूसरे विकेट के लिए 37 रन और तीसरे विकेट के लिए 129 रन की उपयोगी साझेदारियां की थीं, जिससे टीम को ठोस आधार मिला। पहले दिन के खेल के अंत तक पंत 65 रनों पर नाबाद थे और अगले दिन शतक की ओर अग्रसर दिखाई दे रहे थे।
पंत की पारी का हुआ अंत
भारत का छठा विकेट ऋषभ पंत के रूप में गिरा है। वह एलबीडब्ल्यू हुए। उनकी पारी का अंत जोश टंग ने किया। पंत ने 179 गेंदों में 134 रन जोड़े, जिसमें 12 चौके और 6 सिक्स शामिल हैं। भारत की आधी टीम पवेलियन लौट गई है। करुण नायर फुस्स हो गए हैं। वह कमबैक टेस्ट की पहली पारी में खाता भी नहीं खोल सके। उन्हें बेन स्टोक्स ने ओली पोप के हाथों कैच कराया।
टीम इंडिया की स्थिति मज़बूत
भारत ने टॉस हारकर पहले बल्लेबाज़ी करते हुए दो दिन में 100 ओवर के अंदर 400 से ज्यादा रन बना लिए हैं और अपने छह विकेट खोए हैं। इससे साफ जाहिर है कि बल्लेबाजों ने इंग्लैंड की सीमिंग कंडीशन्स में आत्मविश्वास और रणनीति के साथ खेल दिखाया है। पंत और गिल की साझेदारी, साथ ही जायसवाल की तकनीकी बल्लेबाज़ी से भारत का स्कोरबोर्ड रफ्तार से आगे बढ़ा है।
यह पहला मौका है जब भारत ने इंग्लैंड की सरज़मीं पर एक ही मैच में तीन शतक जड़े हैं। इससे पहले 2002 में लीड्स में ही राहुल द्रविड़, सचिन तेंदुलकर और सौरव गांगुली ने शतक जमाए थे। अब 2025 में यह कमाल दोहराया गया है, जिससे भारतीय क्रिकेट के इतिहास में यह टेस्ट एक खास जगह लेता नजर आ रहा है।
आगे की रणनीति
भारत की कोशिश अब पहली पारी में 500 से अधिक का स्कोर खड़ा करने की होगी ताकि इंग्लैंड पर दबाव बनाया जा सके। इंग्लैंड की गेंदबाजी, जो शुरुआत में थोड़ी प्रभावशाली रही, अब पस्त नजर आ रही है और स्पिनर बशीर ही एकमात्र विकेट लेने वाले गेंदबाज साबित हुए हैं।
ऋषभ पंत की सेंचुरी और उनका एमएस धोनी का रिकॉर्ड तोड़ना क्रिकेट प्रशंसकों के लिए गर्व का विषय बन गया है। टीम इंडिया फिलहाल टेस्ट क्रिकेट में नए युग की ओर बढ़ती दिख रही है जिसमें युवा खिलाड़ियों का प्रभुत्व दिखाई दे रहा है।